मुजफ्फरपुर में सीबीआई ने जिसे मृत कहा, वह कोर्ट में पहुंच कर बोली-साहब मैं जिंदा हूं, जानें पूरा मामला

सीबीआई द्वारा मृत घोषित गवाह बदामी देवी ने कोर्ट में उपस्थित हो कर कहा- साहब मैं जिंदा हूं. बदामी देवी ने कोर्ट में लिखित आवेदन देकर कहा कि मैं सीवान जिला नगर थाना के कसेरा टोली हाऊस नम्बर 91ए की रहने वाली हूं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 4, 2022 10:13 AM

मुजफ्फरपुर. पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में शुक्रवार को विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट सह विशेष सीबीआई कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पुनीत कुमार गर्ग के कोर्ट में गवाही के दौरान उस समय सभी हैरत में आ गये, जब सीबीआई द्वारा मृत घोषित गवाह बदामी देवी ने कोर्ट में उपस्थित हो कर कहा- साहब मैं जिंदा हूं. बदामी देवी ने कोर्ट में लिखित आवेदन देकर कहा कि मैं सीवान जिला नगर थाना के कसेरा टोली हाऊस नम्बर 91ए की रहने वाली हूं. सीबीआई ने इस केस में मुझे गवाह बनाया था, लेकिन मुझसे गवाही के लिये कभी संपर्क नहीं किया.

सीबीआई पर सवाल!

मुझे मृत घोषित करते हुए न्यायालय में अपनी रिपोर्ट सौंप दी. इसकी जानकारी मुझे अखबार से मिली. सुनवाई के समय सीबीआई की ओर से स्पेशल पीपी आरएन सिंह, सीबीआई इंस्पेक्टर गौरव मिश्रा उपस्थित थे. इस दौरान लड्डन मियां की ओर से अधिवक्ता शरद सिन्हा ने आवेदन देकर कहा कि बदामी देवी समेत दो गवाहों का सम्मन लिया था. लेकिन, 24 मई को बदामी देवी का डेथ वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट दाखिल कर कहा गया कि उनकी की मृत्यु हो चुकी है. जब हमने बदामी देवी को कोर्ट में देखा तो भौचक रह गये.

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न्यायालय ने मामले में गवाही के लिये 20 जून की तिथि निर्धारित की

उन्होंने कहा कि सीबीआई शक के घेरे में है और आरोपी विजय कुमार व लड्डन को फंसा रही है. इसके बाद कोर्ट ने बदामी देवी के आवेदन पर सुनवाई करते हुए सीबीआई को जवाब तलब किया है. वही, सीबीआई के इंस्पेक्टर की ओर से एक आवेदन दाखिल कर कहा गया कि गोरखपुर मेडिकल कालेज के डॉक्टर राकेश सक्सेना एवं सीवान के पचरुखी निवासी गौरी शंकर बैठा को सम्मन का तामिला करा दिया गया है और बार-बार कहने के बाद भी गवाही के लिए नहीं आ रहे है. इसलिये उनके विरुद्ध वारंट जारी किया जाये. न्यायालय ने सीबीआई के आवेदन पर सुनवाई के बाद दोनों गवाहों पर जमानती वारंट निर्गत किया है. इसके बाद न्यायालय ने मामले में गवाही के लिये 20 जून की तिथि निर्धारित की है.

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