नीतीश कुमार ने विकास के मुद्दे पर मांगा वोट, बोले- उन्हें अपने परिवार की चिंता, मेरे लिए पूरा बिहार ही परिवार

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से आप लोगों ने सेवा का मौका दिया है. तब से लगातार काम कर रहा हूं. आप लोग इस बात को भूलियेगा नहीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2021 7:32 PM
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कुशेश्वरस्थान, तारापुर. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में कहा कि उन्होंने समाज के सभी तबके के लिए काम किया है. 30 अक्तूबर को हो रहे उप चुनाव में चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से आप लोगों ने सेवा का मौका दिया है. तब से लगातार काम कर रहा हूं. आप लोग इस बात को भूलियेगा नहीं. समाज के हर तबके के लिए हमने काम किया है. हमलोग जब आये थे, उससे पहले 15 वर्ष पति-पत्नी के राज में क्या हुआ था, सबको पता है. पुराने लोगों से पूछियेगा. पहले जो था, उससे तुलना कीजिएगा कि काम कितना आगे बढ़ा है.

हमलोगों ने जनता की सेवा को ही अपना धर्म मानकर काम किया है. जनता ने मौका दिया, तो बिहार में विकास की नयी इबादत लिखी. मेरे लिए पूरा बिहार ही परिवार है, जबकि दूसरे को अपने परिवार की चिंता है. उक्त बातें सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहीं. वे सोमवार को तारापुर के गाजीपुर ईदगाह मैदान में जदयू प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. सभा को केंद्रीय मंत्री सह लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सहित राज्य सरकार से कई मंत्रियों ने भी संबोधित किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में नारी सशक्तीकरण के लिए काफी कार्य किये गये. बिहार पहला राज्य है, जहां पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया. यही कारण है कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. पोशाक व साइकिल योजना ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी और बालिका शिक्षा को काफी बल मिला. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में राज्य सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किया और बिहार पहला राज्य बना बना जहां कोरोना से मरने वाले पीड़ित परिवार को चार लाख की अनुग्रह राशि दी जा रही है.

उन्होंने विकास की चर्चा करते हुए कहा कि तारापुर को नगर पंचायत का दर्जा दिया गया. यहां के स्वास्थ्य व शैक्षणिक संस्थान को बेहतर किया गया है. तारापुर अनुमंडल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाये गये. उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि पति-पत्नी की सरकार में बिहार को भय और दहशत के माहौल में जीना पड़ा. जब हम लोगों को 2005 में काम करने का मौका मिला, तो राज्य में हर क्षेत्र में काम किये गये. चाहे वह बिजली, सड़क, सिंचाई हो या स्वास्थ्य.

उन्होंने कहा कि हर खेत को पानी पहुंचाने की योजना पर सरकार काम कर रही है और आने वाले समय में इसका लाभ किसानों को मिलेगा. उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भ्रम में नहीं आयें और जदयू प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करें. इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि चिराग पासवान ने लोजपा को काफी नुकसान पहुंचाया, लेकिन हमने पार्टी को बचाया है. उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि इस चुनाव में वोट कटवा से सावधान रहें और इंडिया के पक्ष में मतदान करें.

इससे पूर्व कुशेश्वरस्थान के धबोलिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक शशि भूषण हजारी और उनकी पत्नी की मौत पर शोक प्रकट कर उनके बेटे अमन भूषण हजारी को वोट देकर विजयी बनाने की अपील की. कहा कि कुशेश्वरस्थान बाढ़ प्रभावित इलाका है. यहां छह से आठ महीने पानी लगा रहता है. कई बार इस इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया और सड़क मार्ग से भी यात्रा कर स्थिति को खुद अपनी आंखों से देखा है. उन्होने कहा कि बहुत काम यहां करने जा रहे हैं. आगे मौका मिला तो बहुत कुछ इलाके के लिए करूंगा. आने वाले वर्ष में बाढ़ से कम क्षति होगी.

लालू-राबड़ी का बिना नाम लिए उन्होंने राजद सरकार के कार्यकाल की याद दिलायी. कहा कि जब काम करने का मौका मिला, तब सभी परिवार को आगे बढ़ाने के साथ ही कमाई करने में लगे थे. अब वही लोग वोट मांगने आते हैं. अपने शासन काल की चर्चा करते हुए कहा कि बाढ़ के समय जब लोगों को राहत में एक क्विंटल अनाज दिया गया तो दरभंगा के लोगों ने उन्हें क्विंटलिया बाबा नाम रख दिया.

सीएम ने अपने शासन काल में प्रदेश में विकास कार्यों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार की भी तारीफ की. कहा कि राज्य और केंद्र की सरकार मिलकर खूब बढ़िया काम कर रही है. दरभंगा में हवाई अड्डा की शुरुआत और बिहार में पटना के बाद दूसरा एम्स दरभंगा को देने का काम किया, जिसमें केंद्र से भी मदद मिली.

उन्होंने कोरोना काल में किये गए सरकार के कामों को बड़ी उपलब्धि बताया. बिहार में तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जतायी. कहा कि जनसंख्या नियंत्रण किसी कानून से नहीं किया जा सकता, बल्कि इसके लिए महिला को साक्षर होना बेहद जरूरी है.

Posted by Ashish Jha

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