खुलासा: मालिक ने ही साथियों के साथ मिल कर ली थी आगरा के चालक की जान, एक लाख में दी गयी थी हत्या की सुपारी
Bihar News बरीरायभान गांव के जीन बाबा के समीप सुनसान देख कर नादेश्वर ने बाइक रोक दी. साथ ही पीछे से आ रहे तीन अपराधियों के साथ मिल कर चालक के दोनों जांघ पर गोली मारी. साथ ही तीसरा गोली उसके पेट में लग गयी.
हथुआ थाने के बरीरायभान गांव के समीप जीन बाबा के पास शुक्रवार को आगरा के पिकअप चालक की गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. आगरा के रहनेवाले चालक की हत्या को अंजाम छह अपराधियों ने मिलकर दिया. हथुआ के एसडीपीओ नरेश कुमार ने रविवार को खुलासा करते हुए बताया कि सीवान जिले के नौतन थाना क्षेत्र के गंभीरपुर गांव के नादेश्वर सिंह सहित चार अपराधियों ने मिल कर हत्या प्लानिंग के तहत की है.
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में नादेश्वर सिंह के मकान में पिकअप चालक अपनी पत्नी के साथ किराये पर रहता था. छठ को लेकर अपने परिवार के साथ पिकअप चालक मुकेश गौतम उर्फ मोनू व उसकी पत्नी हेमा के साथ गंभीरपुर गांव आया हुआ था. वहां 2017 में एक हत्या के मामले में नामजद अभियुक्त होने के कारण नादेश्वर ने प्लानिंग बनायी. इसमें उक्त कांड से बरी होने के लिए चालक पर फायरिंग कर इसका आरोप पीड़ित परिवार पर लगा कर केस उठाने की प्लानिंग बनायी गयी.
ऐसे रची गयी हत्या की साजिश
बरीरायभान गांव के जीन बाबा के समीप सुनसान देख कर नादेश्वर ने बाइक रोक दी. साथ ही पीछे से आ रहे तीन अपराधियों के साथ मिल कर चालक के दोनों जांघ पर गोली मारी. साथ ही तीसरा गोली उसके पेट में लग गयी. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद पुलिस ने शक के आधार पर नादेश्वर सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी.
हत्या का बदला लेने के लिए साजिश
नादेश्वर ने 2017 में हुई हत्या में आरोपित होने के कारण मृतक के परिवार के द्वारा बदला की भावना से हत्या करने का आरोप लगाने लगा. लेकिन पुलिस को यह बात पच नहीं रही थी. शनिवार की देर रात को पुलिस ने जब नादेश्वर सिंह से कड़ाई से पूछताछ की, तो हत्या का राज खुल गया. पुलिस इस मामले में संलिप्त अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
हत्या में छह अपराधी हुए संलिप्त
छह अपराधी संलिप्त हुए. जिसमें एक लाख रुपये में तीन अपराधियों को चालक के पैर में गोली मार कर जख्मी कर देने की सुपारी दी गयी. इसके लिए नादेश्वर सिंह ने 40 हजार रुपये अपराधियों को दिये बाकी की राशि घटना को अंजाम देने के बाद देने के लिए तय की गयी. इसके बाद नादेश्वर शुक्रवार को अपने गांव गंभीरपुर से यूपी के आगरा के अतमान दौला थाना क्षेत्र के चंढवा गांव निवासी चालक मोनू गौतम को बाइक से लेकर हथुआ के लिए रवाना हो गया.
Posted by: Radheshyam Kushwaha