चुनाव परिणाम के लिए जनता मालिक है, निजी अस्पताल के उद्घाटन पर बोले नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि चुनाव परिणाम के लिए जनता मालिक है. जनता को फैसला करना है. जनता ने जो हमें काम सौंपा है हम उस काम को करने में लगे हैं.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि चुनाव परिणाम के लिए जनता मालिक है. जनता को फैसला करना है. जनता ने जो हमें काम सौंपा है हम उस काम को करने में लगे हैं. पटना में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन समारोह में पहुंचे नीतीश कुमार ने मीडिया के सवालों का जबाव देते हुए यह बात कही.
दोनों सीटों के परिणामों पर जब सीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर हम क्या बोलें, हम ज्यादा बोलते नहीं हैं. लेकिन कुछ लोगों की आदत है बोलते रहने की, वो बोलें पर हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है.
वहीं, उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेता तारकिशोर प्रसाद ने भी राजग उम्मीदवार की जीत का दावा किया और राजद पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि तारापुर विधासनभा सीट उपचुनाव में वैश्य समाज के वोटरों को प्रभावित करने के लिए राजद ने वैश्य महासभा के पोस्टर में वैश्य नेताओं के पोस्टर लगाकर वैश्य प्रत्याशी अरुण साह को वोट देने की अपील की है जिस पर हमने चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है.
इधर, विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया की यह दोनों सीट राजद जीत रहा है और जीत का अंतर दोनों ज्यादा होगा. उन्होंने कहा कि राजद के चुनाव चिन्ह लालटेन पर लोगों ने जमकर बटन दबाया है. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार से लोग त्रस्त हैं, परेशान हो चुके हैं और जो भी उन्होंने वादा किया था उसे पूरा नहीं किया.
बेरोजगारी चरम सीमा पर है, क्राइम चरम सीमा पर है, महंगाई चरम सीमा पर है, किसान तबाह हो चुके हैं. तेजस्वी ने कहा कि हम लोगों को लगातार फीडबैक मिल रहा है, हम एकदम सावधान हैं किसी भी रूप में बेइमानी नहीं होने देंगे. छिटपुट प्रयास किया जा रहा है सारी बातों को चुनाव आयोग को हमने बता दिया है.
वहीं, महागठबंधन और राजद से अलग होने के बाद कांग्रेस के यह दोनों सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गयी है. कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के पुराने और परंपरागत वोटर फिर से वापस कांग्रेस के पास आ गए हैं. हमें पूरा जनता के ऊपर पूरा भरोसा है कि उपचुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवारों की ही जीत होगी.
इधर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि दोनों जगहों पर मतदाताओं में कोई उत्साह नहीं दिखा. आधे से भी कम वोटर बूथ तक पहुंचे हैं. इतने कम मतदान प्रतिशत में जीत हार को लेकर कुछ भी कहना कठिन हो जाता है.
Posted by Ashish Jha