Loading election data...

पासपोर्ट में फोटो बदल इंटरव्यू में बैठा रहे स्कॉलर, विदेश भेजने के नाम पर बिहार में चल रहा गोरखधंधा

इसमें इन बातों की पुष्टि हो रही है कि कंपनियों की ओर से होने वाले इंटरव्यू में स्कॉलर को बैठाया जा रहा है. यानी जिन्हें विदेश जाना है, उसके बदले कोई और बैठता है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 7, 2021 9:58 AM
an image

पटना. बिहार-झारखंड में इन दिनों लोगों को विदेश भेजने के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है. इसका खुलासा प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेट बिहार-झारखंड के द्वारा जांच के दौरान हुआ. इसमें इन बातों की पुष्टि हो रही है कि कंपनियों की ओर से होने वाले इंटरव्यू में स्कॉलर को बैठाया जा रहा है. यानी जिन्हें विदेश जाना है, उसके बदले कोई और बैठता है.

इसके लिए पासपोर्ट में तस्वीर के साथ भी छेड़छाड़ की जा रही है. इसको लेकर प्रोटेक्टर ऑफ इमीग्रेट बिहार- झारखंड के अधिकारियों ने जांच तेज कर दी है. इसके तार दूसरे राज्यों की फर्जी एजेंसियों से भी जुड़े हैं, जिसको लेकर नोएडा तक भी जांच टीम जा रही है.

ऐसे हो रहा है फर्जीवाड़ा

जानकारी के मुताबिक विदेश ले जाने के पहले कंपनी संबंधित व्यक्तियों का इंटरव्यू लेती है. इसमें उस व्यक्ति की की योग्यता देखी जाती है. पद की योग्यता के अनुसार संबंधित व्यक्तियों से पूरा ब्योरा लिया जाता है. इसके बाद ही संबंधित कंपनियां उनका चयन करती हैं, लेकिन इसी पूछताछ की प्रक्रिया के बीच स्कॉलर का खेल हो रहा है.

विदेश जाने वाले के बदले कोई और इंटरव्यू में शामिल होता है. चूंकि कंपनियों की ओर से पासपोर्ट की भी जांच की जाती है. ऐसे में न केवल नकली अभ्यर्थी, बल्कि पासपोर्ट की तस्वीर के साथ भी छेड़छाड़ की जाती है. इसमें एक पूरा गिरोह काम करता है.

बिना लाइसेंस वाले एजेंट कर रहे हैं काम, लोगों को फोन कर देते हैं झांसा

जानकारों के अनुसार इस काम में वैसे लोग शामिल हैं, जिन्हें विदेश मंत्रालय की ओर से एजेंट का लाइसेंस भी नहीं मिला है. अनधिकृत तौर पर काम करने वाले लोग ही इस काम में लगे हैं. बिहार-झारखंड में ऐसे दर्जनों लोग सक्रिय हैं, जो कि लोगों को स्कॉलर के जरिये विदेश भेजते हैं.

जब ऐसे एजेंटों के माध्यम से लोग विदेश जाते हैं, तो कुछ ही दिनों में असफल साबित हो जाते हैं. ऐसे में कंपनियों की ओर से दो-चार महीने में ही ऐसे लोगों को वापस भेज दिया जाता है. एक बार कंपनी जब ऐसे लोगों को भेज देती है, तो फिर उस राज्य में दुबारा वहां से लोगों को ले जाने में कन्नी काटने लगती है. इस तरह लोगों का पैसा फंस जाता है.

यहां फोन कर अधिकृत एजेंटों की ले लें जानकारी

विदेश जाने से पहले लोगों को यह देख लेना चाहिए कि वे जिस एजेंट के माध्यम से विदेश जा रहे हैं, वह अधिकृत है या नहीं. अधिकृत एजेंटों की सूची जिला प्रशासन के पास उपलब्ध होती है. कोई व्यक्ति चाहे, तो मोबाइल नंबर 9431246620 और लैंड लाइन नंबर 0612-2521133 पर फोन कर भी अधिकृत एजेंटों की जानकारी ले सकता है.

Posted by Ashish Jha

Exit mobile version