पूर्व मंत्री के स्टाफ ने ही दोस्त के साथ मिलकर अटल पथ पर लूटे थे 41 लाख रुपये, दो स्टाफ समेत छह गिरफ्तार

Bihar Crime News चंदन व संजीव एक कमरे मे रहते थे, जबकि अनुनय दूसरे कमरे मे रहते थे. खरना से पहले सभी स्टाफ छुट्टी पर चले गये थे. संजीव का काम कैश कलेक्शन की गिनती कर बैक में जमा कराना था. संजीव को पता था कि छुट्टी के बाद 50 से 60 लाख रुपये जमा करना है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 28, 2021 10:37 AM
an image

Bihar Crime News: पूर्व मंत्री वीणा शाही के स्टाफ से 41.41 लाख लूट मामले का शनिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया. लूट की घटना की साजिश कोई और नहीं बल्कि पूर्व मंत्री के सबसे भरोसेमंददों स्टाफ ने ही रची थी और अपने ही दोस्त के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दे दिया. पुलिस ने लूट मामले में संलिप्त सात अपराधियों में से छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही लूट के रकम का 18 लाख 60 हजार रुपये बरामद कर लिया गया है.

गिरफ्तार आरोपितों में स्टाफ मुजफ्फरपुर निवासी संजीव कुमार, वैशाली जिले का निवासी चंदन कुमार(ड्राइवर) दूसरा स्टाफ, दीघा निवासी सुजीत कुमार, कुर्ज निवासी रवि कुमार, मनेर निवासी तननुपाल (लाइनर) व रामकृष्णानगर निवासी दिलीप कुमार शामिल है. एसएसपी उपेद कुमार शर्मा ने बताया कि सभी अपराधियों की गिरफ्तारी पाटलिपुत्र के इंडस्ट्रियल एरिया कोका कोला फैक्टरी के पास से हुई है. पुलिस ने बताया कि दोनों स्टाफ पिछले कई सालों से काम कर रहे थे और काफी भरोसेमंद थे, लेकिन उसी ने इस पूरे वारदात को अंजाम दे दिया.

संजीव व चंदन ने छठ के पहले बनायी थी प्लानिंग

इस पूरे मामले की साजिश खरना से पहले संजीव ने रच ली थी. स्टाफ संजीव, चंदन व अनुनय को पूर्व मंत्री ने पाटलिपुत्र में ही एक कमरा रहने के लिए दिया था. इसके अलावे खाने का भी इंतजाम कर रखा था. चंदन व संजीव एक कमरे मे रहते थे, जबकि अनुनय दूसरे कमरे मे रहते थे. खरना से पहले सभी स्टाफ छुट्टी पर चले गये थे. संजीव का काम कैश कलेक्शन की गिनती कर बैक में जमा कराना था. संजीव को पता था कि छुट्टी के बाद 50 से 60 लाख रुपये जमा करना है.

Also Read: पंचायत चुनाव : जमुई में मौत के 20 दिन बाद भी जीत गया प्रत्याशी, बन गया पंच

इसी को लेकर उसने अपने पुराने दोस्त व फरार अपराधी के साथ मिलकर साजिश रची. इसमे ड्राइवर चंदन को भी शामिल कर लिया. इसके बाद फरार अपराधी ने कुख्यात अपराधी सुजीत के साथ मिलकर इस पूरे घटना को अंजाम दे दिया. पूछताछ मे स्टाफ संजीव कुमार ने बताया कि फरार अपराधी से मुलाकात जेल मे हुई थी, इसी दौरान उससे अच्छी दोस्ती हो गयी थी. पुलिस ने इस मामले में 18 लाख 60 हजार रुपये रकम बरामद कर ली है बाकी के पैसे फरार अपराधी के पास बताया जा रहा है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

Exit mobile version