सीवान. बिहार के सिवान जिले के राजापुर गांव में गुरुवार की सुबह बिना-पुलिस प्रशासन के निर्देश के ही कर्फ्यू जैसा माहौल बन गया. कुछ देर के लिये पूरे गांव में भगदड़ मच गया. इस गांव में जो जहां था वहीं छिपने की कोशिश करने लगा. देखते ही देखते पूरे गांव में सन्नाटा छा गया. सभी लोग अपने-अपने घरों में डूबक गये. बता दें कि गुरुवार की सुबह राजापुर गांव में एक अज्ञात युवक पहुंचा और खुद को कोरोना का मरीज बताया. इस दौरान ग्रामीणों से कहा कि मैं हॉस्पिटल से भाग कर आया हूं. इतना सुनते ही पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई. इससे अधिक बात सुनने के लिये गांव के बाहर एक भी व्यक्ति नहीं था. युवक द्वारा कोरोना के मरीज बताने पर लोग दौड़कर अपने-अपने घरों के तरफ भागे. इसके बाद लोग अपने-अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए.
इसके बाद पुलिस प्रशासन को फोन कर सूचना दी गई. जब राजापुर गांव में पुलिस पहुंची तो पूरे गांव में सन्नाटा था. इस गांव में एक भी व्यक्ति दिखाई नहीं दे रहा था. बता दें कि अज्ञात युवक अपने हाथ में हेलमेट लिए राजापुर पहुंचा था. सूचना मिलने पर स्थानीय बीडीसी मेघनाथ पासवान मौके पर पहुंचे. इसके बाद युवक को पकड़ने की कार्रवाई शुरू की गई. पुलिस ने डंडा का भय दिखाकर युवक को एक जगह बैठाया. उसके बाद सूचना बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बीडीओ आशिफ व थानाध्यक्ष रणधीर कुमार को दिया. उसके बाद बीडीओ व थानाध्यक्ष मेडिकल टीम के साथ राजापुर पहुंचे व युवक को लेकर बसंतपुर पीएचसी पहुंचे. युवक ने अपना नाम मुन्ना ब्यास बताया. हेल्थ मैनेजर बीके सिंह ने बताया की युवक मंद बुद्धि का लग रहा है. फिर भी उसे जांच के लिए सीवान सदर अस्पताल भेज दिया गया.
गांव में दहशत का है माहौल
कोरोना के मरीज बताने वाले युवक को गांव आने के बाद से लोगों में दहशत है. युवक को पुलिस लेकर चली गई, इसके बाद भी चर्चा का माहौल है. गांव में लोग अब बाहर निकलने में डरने लगे है. बता दें कि पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है. पुलिस प्रशासन लॉकडाउन का पालन करने के लिए लोगों से अपील कर रही है. लेकिन गांव में लोग अपने खेतों में जरूरी काम कर रहे है. लेकिन कोरोना के मरिज बताने वाले युवक को गांव में पहुंचने के बाद से लोग अपने घरों में डूबक गये है और पूरे गांव में कोरोना को लेकर दहशत का माहौल बन गया है.