Coaching center in patna: बिहार की राजधानी पटना में विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई करने आते हैं. सामान्य पढ़ाई के साथ ही बड़ी संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र भी पटना में रह कर अध्ययन करते हैं. एक अनुमान के मुताबिक पटना में लगभग 4000 से अधिक कोचिंग सेंटर हैं. लेकिन इनमें से महज 400 ही असली है. दरअसल, हम असली-नकली का जिक्र इसलिए कर रहे हैं. क्योंकि चार हजार में महज 400 ही सरकारी बही-खाते में रजिस्टर्ड हैं.
एक औसत कोचिंग संस्थान में एक बार में लगभग 7,000-8,000 छात्र नामांकित होते हैं. अगर प्रत्येक छात्र चुने गये विषयों की संख्या के आधार पर 500-1,000 रुपये प्रति माह तक का भी भुगतान करता है, तो भी कोचिंग सेंटर फीस के रूप में प्रति माह 35 से 80 लाख रुपये के बीच पैसा बना सकते हैं.
-
पटना में चार हजार कोचिंग सेंटर
-
इनमें से सिर्फ 400 ही रजिस्टर्ड
-
8,700 कोचिंग सेंटर हैं पूरे बिहार में
-
50% कोचिंग पटना में प्रदेश के मुकाबले
-
4000 कोचिंग सेंटर हैं पटना में
-
400 कोचिंग ही रजिस्टर्ड पटना में
-
450-500 करोड़ का कोचिंग सेंटरों का सालाना कारोबार
जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि लगभग 400 कोचिंग रजिस्टर्ड हैं. काफी आवेदन भी पेंडिंग हैं. कुछ कोचिंगों को मान्यता देने के लिए जांच प्रक्रिया भी जल्द शुरू करायी जायेगी. अगली बैठक में जो सही पाये जायेंगे, उन्हें रजिस्ट्रेशन नंबर दे दिया जायेगा.
हालांकि कोचिंग सेक्टर में काम करने वाले विशेषज्ञों की मानें, तो पूरे बिहार में लगभग 8700 कोचिंग सेंटर हैं. इनमें से आधे से अधिक पटना में हैं. हालांकि कोविड के कारण पटना में लगभग 1000 कोचिंग सेंटरों को अपना कामकाज बंद करना पड़ा. पटना में चल रहे कोचिंग सेंटरों का सालाना कारोबार मोटे तौर पर करीब 450-500 करोड़ रुपये का है.