पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साेमवार को हर घर नल का जल योजना की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिया कि लोगों को स्वच्छ पेयजल हमेशा उपलब्ध रहे, इसके लिए उचित रखरखाव भी जरूरी है. हर हाल मेंटेनेंस की व्यवस्था करें.
मेंटेनेंस ठीक ढंग से होगा, तभी योजना का लाभ लोगों को हमेशा मिलता रहेगा और हमेशा शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा. उन्होंने जुलाई अंत तक बचे हुए सभी कार्य को पूरा करने को कहा. उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए बेहतर व्यवस्था रखें और लगातार निगरानी करते रहें. इस संबंध में लोगों की शिकायतों का तीनों विभागों के स्तर से समाधान करें.
विभाग भी स्वयं संज्ञान लेते हुए इसकी मॉनीटरिंग करते रहें. विभाग खासतौर से ध्यान दे कि कहीं भी पाइपलाइन या नल खुला नहीं रहे. पानी की बर्बादी होना पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक है.
95% से अधिक लोगों के घर तक पहुंचा नल का जल : मुख्यमंत्री एक अणे मार्ग स्थित संकल्प सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि पहले राज्य में दो प्रतिशत लोगों के घर तक ही नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध होता था. सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए हर घर नल का जल योजना की शुरुआत की गयी.
अब 95 फीसदी से अधिक लोगों के घर तक हर घर नल का जल योजना के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने पंचायती राज विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग और पीएचइडी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस योजना के बचे हुए कार्यों को तेजी से पूरा करें. विभागीय स्तर पर कार्यों की प्रगति की निरंतर मॉनीटरिंग करें.
समीक्षा के दौरान पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पीएचइडी के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव और नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से योजना की कार्य प्रगति, मॉनीटरिंग व्यवस्था, लक्ष्य, मेंटेनेंस समेत अन्य के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार, सचिव अनुपम कुमार और ओएसडी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पीएचइडी मंत्री रामप्रीत पासवान, पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी समेत अन्य जुड़े हुए थे.
Posted by Ashish Jha