कोई दूसरा दिनकर नहीं हो सकता, पुण्यतिथि पर याद किये गये बेगूसराय में राष्ट्रकवि
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 49 वीं पुण्यतिथि पर आज कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद कर रहा है. इस मौके पर राष्ट्रकवि के जन्मभूमि बेगूसराय में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये.
बेगूसराय. राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 49 वीं पुण्यतिथि पर आज कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद कर रहा है. इस मौके पर राष्ट्रकवि के जन्मभूमि बेगूसराय में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये. जिला प्रशासन द्वारा दिनकर के पैतृक गांव सिमरिया, जीरोमाइल स्थित दिनकर गोलंबर, जिला मुख्यालय में स्वर्ण जयंती पुस्तकालय एवं दिनकर भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
ये लोग हुए शामिल
सिमरिया में डीएम रोशन कुशवाहा एवं एसपी योगेन्द्र कुमार ने जिला प्रशासन के अधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, दिनकर पुस्तकालय के पदाधिकारियों के साथ प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. जबकि, जीरोमाइल स्थित दिनकर की प्रतिमा पर आयोजित समारोह में बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आरके झा सहित रिफाइनरी की टीम एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने माल्यार्पण कर राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को नमन किया.
उनके शब्द आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है
इस अवसर पर डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि हम सब राष्ट्रकवि दिनकर को उनके कलम से निकले शब्द और देश को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देने के लिए नमन कर रहे हैं. क्रांति की बात हो या प्रेम की, उन्होंने जो संदेश दिया, उसको लेकर आगे बढ़ना चाहिए. आज लिखने-पढ़ने की कमी हो रही है, यह अच्छी बात नहीं है, उस पर ध्यान देने की जरूरत है. जो भी नई रचनाएं आए, उस सकारात्मक रचना को लेकर, उससे मिली शिक्षा को लेकर आगे बढ़ें.
बेगूसराय के गौरव के प्रतीक हैं दिनकर
एसपी योगेन्द्र कुमार ने कहा कि आजादी के समय दिनकर की रचना और साहित्य ने नौजवानों में जोश भरा. उनकी लिखी कविताएं और रचनाएं आज भी प्रेरित करती है. आजादी के समय और आजादी के लिए उनके द्वारा किया गया कार्य अद्वितीय है. वे बेगूसराय के गौरव के प्रतीक हैं, उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. दिनकर ने जिन मूल्यों और सिद्धांतों की बात की थी, अपने जीवन में उसका पालन कर देश को आगे बढ़ाने में सकारात्मक योगदान देना चाहिए.
कोई दूसरा दिनकर नहीं हो सकता
बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आरके झा ने कहा कि हम सबके लिए यह गौरवान्वित करने का विषय है कि बेगूसराय की भूमि ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जैसे लाल को जन्म दिया. उनकी कविताएं और रचनाएं हमेशा प्रेरित करती है और आगे भी प्रेरित करती रहेगी. कभी कोई दूसरा दिनकर नहीं हो सकता, लेकिन उनके जैसा एक और कवि पैदा हो, जो राष्ट्र को युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा दे.