दरभंगा. लनामिवि ने पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा पद्धति में बदलाव कर दिया है. अब कोर्स वर्क की परीक्षा पीएचडी रेगुलेशन 2016 के अनुरूप ली जायेगी. पीएचडी रेगुलेशन 2016 के अनुसार शोधार्थियों को अब कोर्स वर्क के दो पत्रों की परीक्षा देनी होगी.
दोनों पत्र 100-100 अंक के होंगे. एक पत्र का प्रश्न रिसर्च मेथोडोलाजी से तथा दूसरा पत्र संबंधित विषय से होगा. इस आशय से संबंधित निर्देश सभी विषयों के पीजी विभागाध्यक्षों को भेज दिया गया है. पीएटी 2020 के कोर्स वर्क पूरा कर चुके शोधार्थियों से इसे लागू किया जा रहा है.
सभी विषयों के लगभग 500 शोधार्थी इससे प्रभावित होंगे. पीजी विभागाध्यक्षों को आदेश दिया गया है, कि पीएटी 2020 के जिन विषयों के कोर्स वर्क की परीक्षा मात्र 100 अंकों की ही ली गयी है, उन विषयों के छात्रों की और 100 अंकों की परीक्षा ली जाये.
बता दें कि विवि में पीएचडी रेगुलेशन 2016 को पीएचडी एडमिशन टेस्ट 2018 से लागू किया गया है. बावजूद इस रेगुलेशन के अनुरूप कोर्स वर्क की परीक्षा नहीं ली जा रही थी. कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने इसके अनुपालन का निर्देश देते हुए परीक्षा नियंत्रक डॉ आनंद मोहन मिश्र के संयोजन में सभी संकायाध्यक्षों एवं सीएम काॅलेज के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अवनी रंजन सिंह को शामिल करते हुए कमेटी गठित की थी.
संकायाध्यक्षों में मानविकी के प्रो. अमरनाथ झा, विज्ञान के प्रो. विमलेंदु शेखर झा, वाणिज्य के प्रो. विभूति भूषण लाल दास, सामाजिक विज्ञान के प्रो. गोपीरमण प्रसाद सिंह, ललित कला के प्रो. पुष्पम नारायण सहित अन्य शामिल हैं. कमेटी के अनुशंसित प्रस्ताव पर कुलपति ने मुहर लगा दी है. इसी के आलोक में विवि ने यह आदेश जारी किया है.
मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो. अमरनाथ झा ने बताया कि पीएटी 2020 के कोर्स वर्क के दो पत्रों की परीक्षा 100-100 अंकों की होगी. सभी विषयों की परीक्षा पीजी विभागों में ली जायेगी.
पीएटी 2021 के सभी विषयों के शोधार्थियों के कोर्स वर्क का पहला पत्र रिसर्च मेथोडोलाजी समेकित होगा. वहीं दूसरा पत्र विषय से संबंधित रहेगा. पीएटी 2021 के कोर्स वर्क के दो पत्रों की परीक्षा के लिये पाठ्यक्रम 30 अक्तूबर तक तैयार करने का आदेश सभी विषयों के पीजी विभागाध्यक्षों को दिया गया है.
संभावना जतायी जा रही है कि दोनों पत्रों की परीक्षा दो-दो घंटे की होगी. प्रश्न पत्र आब्जेक्टिव होगा या सब्जेक्टिव होगा, यह फिलहाल तय नहीं है. बताया जा रहा है कि पाठ्यक्रम तैयार होने के बाद सभी संकायाध्यक्षों एवं पीजी विभागाध्यक्षों की बैठक होगी, जिसमें पाठ्यक्रम के साथ-साथ कोर्स वर्क की परीक्षा से संबंधित अन्य मुद्दों पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
Posted by Ashish Jha