उत्तर बिहार में आज से दो जुलाई तक होगी भारी बारिश, ठनका गिरने से 11 लोगों की हुई मौत
30 जून से दो जुलाई तक उत्तर बिहार में विशेषकर हिमालय की तराई वाले इलाके और जिलों में भारी बारिश हाेने का अनुमान है. दरअसल, मॉनसून की ट्रफलाइन अब उत्तर बिहार की तरफ शिफ्ट हो गयी है.
पटना. 30 जून से दो जुलाई तक उत्तर बिहार में विशेषकर हिमालय की तराई वाले इलाके और जिलों में भारी बारिश हाेने का अनुमान है. दरअसल, मॉनसून की ट्रफलाइन अब उत्तर बिहार की तरफ शिफ्ट हो गयी है. आइएमडी पटना के मुताबिक बिहार के उत्तरी इलाके में नमी की मात्रा भी बढ़ी हुई रहेगी. इससे ठनके की घटनाएं भी बड़ी संख्या में होंगी.
वहीं, दक्षिण और मध्य बिहार में भी लगातार बादल छाये रहेंगे. हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी. सतह से तीन किमी ऊंचाई तक पछिया हवा बह रही है. हालांकि, उत्तर बिहार में पुरवैया हवा का भी दबाव बना हुआ है.
प्रदेश में ठनका गिरने से 11 लोगों की हुई मौत
राज्य में मंगलवार को ठनका गिरने से 11 लोगों की मौत हो गयी. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक पूर्वी चंपारण व गोपालगंज में तीन-तीन, पटना में दो और नालंदा, मधेपुरा व औरंगाबाद में एक-एक की मौत हुई है. मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख का मुआवजा दिया जायेगा. आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में घर से बाहर नहीं जाएं और बारिश में कहीं रुक कर शरण लें.
बाढ़ प्रखंड की एकडंगा पंचायत के मसथत्तू गांव में ठनका गिरने से दो युवकों की जान चली गयी. बताया जाता है कि सुबह से ही खराब मौसम के चलते आसमान में काले बादल छाये रहे. हालांकि बरसा नहीं के बराबर हुई लेकिन खराब मौसम के चलते आसमान की गर्जन लगातार होती रही. इसी दौरान वज्रपात हुआ और उसकी चपेट में सुबह-सुबह खेत में शौच करने जा रहे बाढ़ के मसथत्तू गांव के 34 वर्षीय मंटू कुमार और 32 वर्षीय सुभाष शर्मा चपेट में आ गये और झुलस गये.
स्थानीय लोगों ने जब युवक को गिरा देखा तो शोर मचाया और उसे आनन-फानन में वाहन पर लादकर बाढ़ अनुमंडल अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने दोनों युवक को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद अस्पताल परिसर में ही परिजनों ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया. दोनों युवक का पुलिस ने पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद लाश परिजनों को सौंप दी.
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में मातम का माहौल पैदा हो गया है और परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. एक ही गांव में दो युवकों की मौत के बाद पूरे इलाके में यह खबर फैल गयी. प्राकृतिक आपदा को लेकर ग्रामीणों ने आपदा प्रबंधन विभाग से मुआवजे की मांग की गुहार लगायी है. वहीं दूसरी तरफ अंचलाधिकारी द्वारा घटनाक्रम का जायजा भी लिये जाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
प्रशासन ने बताया कि न्याय संगत जो भी प्रक्रिया है वह पूरा हो जाने के बाद पीड़ित परिवार को मुआवजा मुहैया कराया जायेगा. पूर्वी चंपारण के ठाका स्थित सपही दाउदनगर में मवेशी घर पर ठनका गिरने से मजबून नेशा (60) और बेटी मोमीना खातून की मौत हाे गयी तथा चार लोग झुलस गये. वहीं, तुरकौलिया पूर्वी पंचयात के कवलपुर कान्ही टोला में रोपनी करने जा रहीं महिलाअों पर ठनका गयिया गया, जिससे फुलझड़ी देवी की मौत हो गयी.
इधर, गोपालगंज के उचकागांव में साथी गांव निवासी शिवब्रत सिंह उर्फ भीम सिंह, लुहसी गांव निवासी राजबली सिंह तथा इसी गांव के टुनटुन सिंह की मौत हो गयी. वहीं, नालंदा जिले के सरमेरा में ठनके की चपेट में आने से मानाचक गांव निवासी रोहन राऊत की 16 वर्षीया पुत्री सीमा कुमारी की मौत हो गयी.
Posted by Ashish Jha