पटना. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं को खोलने के लिए अनुकूल परिस्थितियां आने पर सबसे पहले कॉलेज और समकक्ष उच्च शिक्षण संस्थान खोले जायेंगे. टीकाकरण और दूसरी परिस्थितियों को देखते हुए कोई भी फैसला लिया जायेगा.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि छह जुलाई के बाद उच्च शिक्षण संस्थान खोलने पर विचार किया जायेगा. हालांकि, अभी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उन्होंने साफ किया कि स्कूलों को खोलने का अभी कोई विचार नहीं है.
उच्च शिक्षण संस्थाओं के खुलने के बाद की परिस्थितियों का आकलन करने के बाद ही सरकार स्कूल खोलेगी. फिलहाल कोरोना की संभावित लहर और वर्तमान स्थितियों पर शिक्षा विभाग की पूरी नजर है. हालांकि, उन्होंने साफ किया कि विभाग बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों से कोई समझौता नहीं करेगा.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले शिक्षा मंत्री चौधरी ने संकेत दिये थे कि रूटीन क्लास की जगह ऑनलाइन पढ़ाई नहीं ले सकती है. हालांकि, अनुकूल परिस्थितियां आने पर ही स्कूल खोले जायेंगे. शिक्षा विभाग कॉलेज खोलने के पहले 18 साल से अधिक उम्र के युवकों में टीकाकरण की स्थिति पर भी नजर रखे हुए है.
युवकों के बीच मुकम्मल टीकाकरण उच्च शिक्षण संस्थान खोलने के संबंध में पृष्ठभूमि तैयार करेगा. इधर विशेषज्ञों का कहना है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों का टीका आने के बाद ही स्कूल खोलना उचित होगा. यह देखते हुए कि तीसरी लहर बच्चों पर केंद्रित रहने वाली है.
Posted by Ashish Jha