टूट गयी लोजपा, पारस बने संसदीय दल के नेता, अकेले पड़े पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान
केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विस्तार की चर्चा के बीच लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हो गयी है. सूत्रों की मानें तो पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अकेले पड़ गये हैं. चिराग को छोड़कर पार्टी के अन्य सभी पांच सांसदों ने अलग ग्रुप बना लिया है.
पटना. केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विस्तार की चर्चा के बीच लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हो गयी है. सूत्रों की मानें तो पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अकेले पड़ गये हैं. चिराग को छोड़कर पार्टी के अन्य सभी पांच सांसदों ने अलग ग्रुप बना लिया है. इस ग्रुप ने स्व़ रामविलास पासवान के छोटे भाई व हाजीपुर के सांसद पशुपति कुमार पारस को अपना नेता चुन लिया है.
पार्टी सूत्र बताते हैं कि इन सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भी पत्र लिख कर सांसद पशुपति पारस को पार्टी संसदीय दल का नेता चुनने की सूचना दे दी है. जानकार बताते हैं कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विस्तार से पहले लोजपा में टूट की खबर से आगे काफी कुछ परिवर्तन होगा. लोजपा यह ग्रुप केंद्रीय मंत्रिपरिषद में भी शामिल हो सकता है. कहा जा रहा है कि ये पांचों सांसद जदयू के संपर्क में हैं.
बता दें कि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की कार्यशैली से काफी दिनों से पार्टी सांसदों व नेताओं के बीच नाराजगी थी. कोरोना की दूसरी लहर से पहले भी एक बार जदयू की ओर से पशुपति पारस को साथ लाने का प्रयास किया गया था.
बस घोषणा की देर थी
पटना में दो दिन पहले जदयू सांसद ललन सिंह से पशुपति कुमार पारस की मुलाकात भी हुई थी. जदयू के एक और नेता काफी पहले से पशुपति पारस के संपर्क में थे. अब सिर्फ पार्टी में टूट की आधिकारिक घोषणा होनी शेष रह गयी है. मालूम हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान पशुपति कुमार पारस ने पार्टी के स्टैंड के विपरीत सीएम नीतीश कुमार की तारीफ की थी. हालांकि, दबाव बढ़ने पर उन्होंने उसी दिन शाम में अपना बयान बदल दिया.
नाकाम हुआ मनाने का हर प्रयास
दूसरी तरफ पार्टी नेताओं ने बताया कि लोजपा में टूट की खबर आने के बाद दिल्ली स्थित चिराग पासवान के आवास पर देर रात तक बैठक हुई और असंतुष्टों को मनाने का प्रयास होता रहा. मालूम हो िक लोजपा केंद्र में एनडीए सरकार में शामिल है. वर्तमान में िचराग पासवान समेत इसके छह सांसद हैं.
Posted by Ashish Jha