पटना. कोविड की दूसरी लहर युवाओं पर भारी पड़ रही है. वहीं, अब तीसरी लहर में बच्चों पर भी इसका घातक असर सामने आने की आशंकाएं जतायी जा रही हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीसरी लहर से निबटने के लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गयी हैं.
पटना जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पांच-पांच बेडों का आइसोलेशन सेंटर बनाया जायेगा. इसके लिए जरूरी सामानों की खरीद भी की जा रही है, ताकि ग्रामीण इलाके के लोगों को इस संकट की घड़ी में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जा सके.
इसके लिए ऑक्सीजन सिलिंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पल्स ऑक्सीमीटर, बेड, एंबुलेंस और अन्य जरूरत के सामान की खरीद की जायेगी. कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर शहर के पीएमसीएच व आइजीआइएमएस में बच्चों के लिए अलग से 100 बेड रिजर्व किये जायेंगे.
इसके अलावा शिशु रोग विभाग में अलग से 100 बेड तैयार किये जा रहे हैं. इसमें 40 बेड ऑक्सीजन सुविधा युक्त होंगे, वहीं 20 आइसीयू बेड बनाये जा रहे हैं. इसके अलावा एम्स में भी 150 बेड का शिशु वार्ड तैयार किया जायेगा. यहां बच्चों के मनोरंजन के लिए भी तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
वैश्विक आपदा कोरोना की तीसरे लहर की आशंका को लेकर कोविड अस्पताल एनएमसीएच में तैयारी आरंभ हो गयी है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भवन के परिसर में बने एमसीएच भवन में 40 बेड का शिशु रोग आइसीयू होगा.
तीसरे लहर में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा अधिक है. अधीक्षक ने बताया कि इसमें आठ बेड पहले से हैं, 32 बेड और बढ़ा कर 40 बेड का शिशु रोगियों के लिए आइसीयू गहन चिकित्सा इकाई तैयार होगी. इसके लिए आवश्यक उपकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर बीएमआइसीएल को लिखा गया है.
अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि शिशु रोग विभाग में पहले से ही 15 बेड का आइसीयू कार्य कर रहा है. साथ ही एमसीएच भवन में ही 12 बेड का एनआइसीयू भी बनेगा. इसके लिए आवश्यक उपकरणों की डिमांड के लिए विभाग को भेजा गया है. अधीक्षक ने बताया कि ऑक्सीजन पाइप लाइन की सुविधा इन बेडों पर है. ऑक्सीजन पाइप लाइन की सुविधा हर बेड पर मिले, इसके लिए तैयारी लगभग कर ली गयी है.
Posted by Ashish Jha