बिहार के ये तीन बड़े प्रोजेक्ट इसी साल होंगे पूरे, पटना, गया और वैशाली में पर्यटक बढ़ने की उम्मीद
इन तीनों परियोजनाओं की अनुमानित लागत करीब साढ़े पांच सौ करोड़ रुपये है. बिहार में हर साल देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है. इस कारण पर्यटन विभाग ने राज्य भर के सभी पर्यटन सर्किट के रास्तों में सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय लिया है.
पटना. बिहार में निर्माणाधीन महत्वपूर्ण सरकारी भवनों में शामिल बोधगया में 100 बेड का गेस्ट हाउस, वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय और पटना में बापू टावर का निर्माण इस साल पूरा हो जायेगा. इससे राज्य में पर्यटन का विकास होगा. इन तीनों परियोजनाओं की अनुमानित लागत करीब साढ़े पांच सौ करोड़ रुपये है. बिहार में हर साल देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है. इस कारण पर्यटन विभाग ने राज्य भर के सभी पर्यटन सर्किट के रास्तों में सुविधाएं बढ़ाने का निर्णय लिया है. इनमें पर्यटकों के रहने-खाने, मनोरंजन सहित हर तरह की ऑनलाइन सुविधाएं बहाल होंगी. गौरतलब है कि राज्य सरकार के द्वारा बिहार में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है.
2020 से चल रहा है बोधगया के अतिथि गृह का निर्माण
बिहार पहुंचने वाले पर्यटकों में से सबसे अधिक संख्या गया और बोधगया का भ्रमण करने वालों की है. वे भ्रमण कर जल्द ही चले जाते हैं. इस कारण राज्य अतिथिशाला को बनाने का मुख्य मकसद गया और बोधगया पहुंचने वाले देसी और विदेशी पर्यटकों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध करवाना है. इसका निर्माण महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के ठीक बगल में किया जा रहा है. इसका निर्माण 2020 में शुरू हुआ था और 2022 के दिसंबर में इसे बन कर तैयार होने की संभावना थी, लेकिन कोरोना संकट के कारण इसमें विलंब हुआ.
चार कैटेगरी में बांटा गया है बोधगया के अतिथि गृह को
बोधगया में करीब आठ एकड़ में करीब 136 करोड़ से बनने वाले अतिथि गृह को चार कैटेगरी में बांटा गया है. इसमें 100 कमरा, दो प्रेसिडेंसियल स्वीट, आठ वीआइपी स्वीट, 80 डबल बेडरूम, 10 सिंगल बेडरूम होंगे. इसके अलावे 30 बेड का गेस्ट डॉरमेट्री भी रहेगा. इस अतिथि गृह में सभी सुविधायुक्त दो रेस्टोरेंट, एक एक्जीविशन कम बिजिनेस सेंटर, स्वीमिंग पुल, कैफेटेरिया का निर्माण होगा. यह पूरा एरिया पूरी तरह से वाइफाइ जोन होगा.
वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय
वैशाली में करीब 315 करोड़ की लागत से 72 एकड़ में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का निर्माण हो रहा है. यह केवल पत्थर से बना देश का पहला स्तूप होगा. इस स्थल पर पुरातात्विक खुदाई के दौरान भगवान बुद्ध के अवशेष बांस की टोकरी में प्राप्त हुए थे. यहां बनने वाले स्तूप का व्यास 131 फुट और ऊंचाई 128 फुट होगी. इस स्तूप के निर्माण में कुल 36 हजार पत्थर राजस्थान के बंशी पहाड़ से मंगवाकर लगाये जा रहे हैं. स्तूप में एक बार में 1500 पर्यटक बैठ सकेंगे और स्तूप की आयु करीब एक हजार वर्ष होगी. यहां स्तूप के साथ म्यूजियम, गेस्ट हाउस, विजिटर सेंटर, लाइब्रेरी, मेडिटेशन हाॅल के साथ 22 एकड़ में बेहतरीन पार्क का निर्माण भी हो रहा है.
पटना में बापू टावर
पटना के गर्दनीबाग में करीब एक अरब 72 लाख रुपये की लागत से करीब 9679 वर्गमीटर इलाके में छह मंजिला बापू टावर बन रहा है. इसे दो अक्टूबर से पहले बनाने की कोशिश हो रही है. यह पूरी तरह भूकंपरोधी होगा. इसे 120 फुट ऊंचा बनाया जा रहा है. इसमें महात्मा गांधी के जीवन, उनकी बिहार यात्रा और चंपारण सत्याग्रह से जुड़ी स्मृतियों के दर्शन होंगे. साथ ही संबंधित इतिहास की भी जानकारी होगी. इसमें पर्यटकों की सुविधा के लिए एक कैफेटेरिया, बस, कार और दोपहिया वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था होगी. साथ ही कॉन्फ्रेंस रूम की तरह की सुविधा भी उपलब्ध होगी. इसकी छठी मंजिल तक चढ़ने और उतरने के लिए लिफ्ट के साथ ही सीढ़ी की भी व्यवस्था रहेगी.