तीन करोड़ कैश, जमीन से जुड़े 100 दस्तावेज, बिहार में टॉपर घोटाले के किंगपिन के यहां छापेमारी में हुए बरामद
2016 में बिहार में हुए टॉपर घोटाला से चर्चा में आये बच्चा राय के लिए इडी की ओर से अटैच जमीन पर कब्जा करना मुसीबत बन गयी. शनिवार की सुबह इडी की टीम ने उसके चार ठिकानों पर दबिश दी जो देर रात तक चलती रही. इस कार्रवाई में इडी ने कुल तीन करोड़ कैश, जमीन से जुड़े 100 दस्तावेज व कई अन्य कागजात बरामद की.
बिहार में 2016 बोर्ड परीक्षा के टॉपर घोटाले के मुख्य आरोपी रहे अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के वैशाली स्थित तीन अलग-अलग ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने शनिवार को छापेमारी की. यह कार्रवाई भगवानपुर के कीरतपुर राजाराम स्थित बच्चा राय के आवास, कॉलेज और ट्रेनिंग कॉलेज में एक साथ की गयी. इडी सूत्रों के मुताबिक जांच में बच्चा राय के ठिकाने से काफी मात्रा में नकद, अहम दस्तावेज व जमीन से जुड़े कई कागजात बरामद किए गये हैं. इस कार्रवाई में कुल तीन करोड़ कैश, जमीन से जुड़े 100 दस्तावेज व कई अन्य कागजात बरामद किए गए हैं. बताया जाता है कि दोपहर के करीब कैश की गिनती के लिए दो मशीनें भी मंगायी गयीं. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बरामद रकम काफी बड़ी हो सकती है. देर रात तक इडी की छापेमारी जारी रही.
बच्चा राय व परिजनों से पूछताछ जारी
सुबह करीब 8:30 बजे इडी की टीम ने बच्चा राय के घर व कॉलेज पर छोपमारी की. इडी की टीम के साथ काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारी व जवान भी शामिल हैं. देर शाम तक यह छापेमारी चलती रही. इडी की टीम बच्चा राय व अन्य परिजनों से पूछताछ कर रही है.
अटैच जमीन पर चल रहा था अवैध निर्माण
इस बार बच्चा राय पर इडी की जब्त की गयी करीब 42 डिसमिल जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कराने का आरोप है. बताया जाता है कि इस जमीन पर बच्चा राय प्लस टू स्कूल खोलने की तैयारी में था. इस मामले में बीते 24 नवंबर को इडी पटना क्षेत्रीय कार्यालय के असिस्टेंट डायरेक्टर राजीव रंजन ने भगवानपुर थाना की पुलिस को बच्चा राय के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था. आवेदन में जिक्र है कि बीते 6 अक्टूबर को इडी को सूचना मिली थी कि इडी की जब्त जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण कराया जा रहा है. जब इसकी जांच करायी गयी तो शिकायत सही मिली थी.
2016 में चर्चा में आया था बच्चा राय
बच्चा राय बिहार के साथ देश में पहली बार तब चर्चा में आया जब 2016 में उसके कॉलेज से तीन बच्चे इंटर की परीक्षा में टॉप कर गये. लेकिन विभिन्न समाचार चैनल द्वारा इन बच्चों के लिये गये साक्षात्कार में काफी गड़बड़ियां सामने आयी. इसके बाद मामले की जांच में खुलासा हुआ कि बच्चा राय वैशाली में स्कूल के नाम पर टॉपर बनाने की फैक्ट्री चला रहा है. इस बात के संज्ञान में आने के बाद 2016 में ही विभिन्न जांच एजेंसियों ने बच्चा राय के खिलाफ मामले दर्ज करते हुए अपनी-अपनी कार्रवाई की. इडी ने बच्चा राय की काफी संपत्ति जब्त कर ली थी. साथ ही बच्चा राय को काफी दिनों तक जेल में भी रहना पड़ा था.
इडी की जमीन पर कब्जा करना पड़ा मुसीबत
टॉपर घोटाला का खुलासा होने पर इडी ने बच्चा राय की भगवानपुर प्रखंड के किरतपुर राजाराम में 42 डिसमिल जमीन को जब्त किया था. जेल से बाहर आने के बाद बच्चा राय ने एक बार फिर से धीरे-धीरे शिक्षा जगत में अपनी धाक जमानी शुरू कर दी थी. बाद में उसने इडी की ओर से जब्त जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर प्लस टू स्कूल की बिल्डिंग का निर्माण कराना शुरू कर दिया. इडी की जमीन पर कब्जा करना उसके लिए मुसीबत बन गयी.
पत्नी के लिए तैयार कर रहा राजनीतिक जमीन
बच्चा राय शिक्षा जगत में फिर से पुरानी वाली धाक जमाने के साथ-साथ अपनी पत्नी के लिए राजनीतिक जमीन भी तैयार करने में जुटा हुआ है. यही कारण है कि वह पिछले दो वर्षों से लगातार कई राजनीतिक दलों के मंत्री-विधायक के संपर्क में था और लगातार उसके काॅलेज में उनके कार्यक्रम भी हो रहे थे. बच्चा राय अपनी पत्नी को वैशाली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहा है.
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कहां-कहां छापा
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किरतपुर राजाराम स्थित विष्णु राय महाविद्यालय
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विष्णु राजदेव टीचर ट्रेनिंग कॉलेज
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बच्चा राय का किरतपुर राजाराम आवास
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हाजीपुर के नवीन सिनेमा रोड स्थित घर