सीवान. सीवान जिले के पचरुखी प्रखंड की हरदिया पूर्व टोला हरिजन बस्ती में पिछले 24 घंटों में संदिग्ध परिस्थिति में तीन मजदूरों की मौत हो गयी, जबकि एक की हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस कार्रवाई की डर से परिजनों ने आनन-फानन में शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. एक मजदूर का मंगलवार को दिन में और दो मजदूरों का बुधवार की सुबह अंतिम संस्कार किया गया. घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. मृत मजदूरों में पचरुखी थाने की हरदिया पूर्व टोला हरिजन बस्ती के बाबूलाल राम का 50 वर्षीय पुत्र बिंदा राम, स्वदेशी राम का 48 वर्षीय पुत्र अर्जुन राम और दारोगा राम का 55 वर्षीय पुत्र भीखम राम शामिल है.
वहीं, इसी गांव के राजेश यादव की हालत गंभीर होने पर परिजनों ने शहर के किसी निजी अस्पताल में भर्ती कराया है. बताया जाता है कि तीनों मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे. सोमवार को काम से लौटने के बाद तीनों की हालत बिगड़ने लगी. सबसे पहले भीखम राम की हालत गंभीर होने पर मंगलवार की सुबह परिजन उपचार कराने के लिए सीवान ले जा रहे थे. लेकिन, रास्ते में ही मौत हो गयी. इधर बिंदा राम एवं अर्जुन राम की हालत गंभीर होने पर परिजन सीवान शहर के पकड़ी में स्थित किसी निजी अस्पताल में इलाज करवाया. लेकिन, इन दोनों को भी नहीं बचाया जा सका.
तीनों मृत मजदूरों के परिवार के लोग कानूनी कार्रवाई के डर से कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं. जबकि ग्रामीणों की मानें, तो मौत के पीछे शराब पीना बताया जाता है. घटना की जानकारी पचरुखी थाने के चौकीदार ने सुबह छह बजे दी. इसके बाद थाने ने स्थानीय चौकीदार भगवान चौधरी को गांव की गतिविधि की जानकारी के लिए तैनात कर दिया. बुधवार को अपराह्न एक बजे तक घटनास्थल पर कोई भी पुलिस पदाधिकारी नहीं पहुंचा था. पचरुखी के थानाध्यक्ष ददन सिंह ने कहा कि परिवार के लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत टीबी तथा दो अन्य की मौत बीमारी से हुई है. एक मृत व्यक्ति के पेट में दर्द एवं उल्टी की शिकायत होने के बाद मौत हुई है. तीनों मृत व्यक्तियों के परिजनों ने लिख कर दिया है कि शराब पीने से मौत नहीं हुई है.
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