पटना में अकेले रह रहे तीन अधेड़ों की मौत, बंद कमरे से बदबू आने पर लोगों ने पुलिस बुलायी

राजधानी पटना के अलग-अलग इलाकों में तीन अधेड़ उम्र के लोगों का शव बंद कमरे से हुआ है. तीनों अपने परिवार से अलग अकेले रहते थे. तीनों की मौत मौत का पता आसपास रहनेवाले लोगों तक को नहीं चला.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2023 1:53 PM

पटना. राजधानी पटना के अलग-अलग इलाकों में तीन अधेड़ उम्र के लोगों का शव बंद कमरे से हुआ है. तीनों अपने परिवार से अलग अकेले रहते थे. तीनों की मौत मौत का पता आसपास रहनेवाले लोगों तक को नहीं चला. जब उनके शव से बदबू आने लगी, तब जाकर लोगों को आशंका हुई और पुलिस को खबर की गई. पुलिस ने जब कमरा खोला तो पता चला कि वो नहीं रहे. दो मामले पटना के कंकड़बाग इलाके से हैं तो एक पटना सिटी का मामला है.

परिवार से अलग रह रहे थे

पटना की पीसी कॉलोनी में अलग-अलग दिन दो शव बरामद किये गये. शवों के मिलने के बाद जब उनके निजी जीवन की सच्चाई सामने आयी तो पुलिस से लेकर आसपास के लोग भी सन्न रह गये. पीसी कॉलोनी में जिन दो लोगों की मौत हुई है वे बीमार थे और अपनी-अपनी पत्नी और बच्चों से अलग रह कर जीवन व्यतीत कर रहे थे. वहीं, पटना सिटी में भी अधेड़ का शव मिला है. वह भी परिवार से अलग रह रहे थे.

पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव

पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र के जजक टोली इलाके में रहनेवाले 58 वर्षीय सुभाष प्रसाद का शव उनके कमरे से पुलिस ने बरामद किया है. उनके शव का पंचनामा कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेजा है. पुलिस मामले में छानबीन कर रही है. थानाध्यक्ष गौरीशंकर गुप्ता ने बताया कि शव लगभग तीन दिन पुराना है. शव से निकल रही दुर्गंध की वजह से पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. प्रथम दृष्टया मृतक की मौत बीमारी से होने की संभावना है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के कारणों का पता चलेगा.

बेटे को किया था फोन

इसी तरह, पीसी कॉलोनी स्थित सेक्टर डी के रहनेवाले 55 वर्षीय गुरूगु शरण किराये के मकान में अकेले रहते थे. वे काफी समय से बीमार चल रहे थे. मधेपुरा के बिहारीगंज के रहनेवाले गुरूगु शरण की पत्नी बोरिंग रोड में रहती थीं. उनके कमरे से बदबू आने पर मकान मालिक ने पुलिस को खबर दी. कमरे में ही बिस्तर पर लाश पड़ी मिली. पिछले दो साल से वे इसी मकान में रहते थे. वे एक निजी कंपनी में काम करते थे. पुलिस के मुताबिक, जांच में पता चला कि पीसी कॉलोनी सेक्टर डी में रहनेवाले गुरूगु शरण ने बीते शुक्रवार को बेटे को कॉल किया था. बेटा बेंगलुरु में रहता है.

मानसिक रूप से था बीमार

पीसी कॉलोनी के ही सेक्टर ई में 48 वर्षीय संजय सिंह अकेले रह रहे थे. थानेदार रविशंकर सिंह ने कहा कि संजय दिमागी रूप से अस्वस्थ थे. उनकी पत्नी तीन साल से अलग रह रही थीं. वे खुद तीसरे तल्ले पर रहते थे जबकि नीचे किराया लगा था. संजय की मौत तीन से चार दिनों पहले हो गई थी, लेकिन किसी को पता नहीं चला. दुर्गंध आने पर किरायेदारों ने पुलिस को खबर दी. पुलिस कमरे को तोड़ शव निकाला.

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