बिहार में महागठबंधन को लगा एक और बड़ा झटका, कांग्रेस-राजद के तीन विधायक बीजेपी में शामिल
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महागठबंद को बिहार में बड़ा झटका लगा है. मंगलवार को कांग्रेस और राजद के विधायक टूट गये.
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बिहार में महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है. मंगलवार को कांग्रेस और राजद के तीन विधायक टूट गये. कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरभ और मुरारी गौतम के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है. विधानसभा बजट सत्र के दौरान ये दोनों सत्ता पक्ष में आकर बैठे हैं. इसके अलावा राजद विधायक संगीता देवी भी सत्ता पक्ष में शामिल हो गयी हैं. सम्राट चौधरी कांग्रेस के दोनों विधायकों और राजद विधायक को सदन में लेकर आए थे. सदन में पहुंचने के बाद सत्ता पक्ष के नेताओं ने मेज थप-थपाकर उनका स्वागत किया.
कांग्रेस-राजद के तीन विधायक बीजेपी में शामिल
बताया जा रहा है कि तीनों नेता बीजेपी में शामिल हो गए हैं. रोहतास जिले के चेनारी विधानसभा से विधायक कांग्रेस के मुरारी गौतम महागठबंधन सरकार में पंचायती राज मंत्री भी रह चुके हैं. वहीं सिद्धार्थ सौरभ बिक्रम विधानसभा से विधायक हैं. इसके अलावा राजद विधायक संगीता देवी मोहनिया से आती हैं.
सत्ता पक्ष के नेताओं ने मेज थप-थपाकर किया स्वागत
बजट सत्र के दौरान जब तीनों विधायक जब सत्ता पक्ष की ट्रेजरी बेंच पर बैठे तो विपक्षी खेमा बिलकुल चौंक गया. उस वक्त बिहार विनियोग विधेयक पर हो रही चर्चा में भाजपा सदस्य पवन कुमार जायसवाल अपना पक्ष रख रहे थे. उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ तीनों विपक्षी विधायकों ने सत्ता पक्ष गैलरी से प्रवेश किया और ट्रेजरी बेंच पर जा बैठे. उनको देखते ही पूरा सदन में मेज की थपथपाहट से गूंज उठा.
क्या बोले कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ
विपक्षी खेमे में उस वक्त पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी और ललित यादव सहित कुछ ही लोग बैठे थे, जो उनको देख कर आश्चर्यचकित रह गये. करीब दस मिनट तक सदन में बैठने के बाद तीनों सदस्य सदन से बाहर निकल गये. सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ ने कहा कि अपनी मर्जी से भाजपा में आया हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और विजन से काफी प्रभावित हूं.
फ्लोर टेस्ट के दौरान भी तीन राजद विधायकों ने बदला था पाला
इससे पहले 12 फरवरी को नीतीश सरकार के विश्वास प्रस्ताव के दौरान भी राजद के तीन विधायकों मोकामा की नीलम देवी, सूर्यगढ़ा के प्रहलाद यादव और शिवहर के चेतन आनंद ने पाला बदलते हुए सरकार को अपना समर्थन दिया था. अब एक बार फिर से तीन विधायकों ने पाला बदल लिया है. ऐसे में इसे महागठबंधन के लिए एक बड़ा झटका बताया जा रहा है.