भागलपुर में डेंगू के तीन संदिग्ध मरीजों की मौत, मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 470
जिले में एलिजा टेस्ट में 37 डेंगू के नये मरीजों की पहचान हुई. इनमें सदर अस्पताल में 16, मायागंज अस्पताल में 19 व निजी अस्पताल में दो डेंगू के मरीज मिले. सिविल सर्जन डॉ अंजना कुमारी ने बताया कि जिले में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 470 पर पहुंच गयी है.
भागलपुर. मायागंज अस्पताल में पिछले 24 घंटे के अंदर डेंगू के तीन संदिग्ध व एक एलिजा जांच में कंफर्म पॉजिटिव मरीज की मौत हो गयी. देर रात में भर्ती करायी गई डेंगू पीड़ित आयुषी नमक 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गयी है. इससे पहले दो संदिग्ध मरीजों की मौत हुई, जिनका एलिजा टेस्ट नहीं हो सका. अस्पताल प्रबंधन एलिजा टेस्ट में पॉजिटिव आनेवाले मरीजों को ही डेंगू पॉजिटिव मान रहा है. तीनों मरीजों की मौत भर्ती होने के 11 घंटे के अंदर ही हो गयी. इधर जिले में एलिजा टेस्ट में 37 डेंगू के नये मरीजों की पहचान हुई. इनमें सदर अस्पताल में 16, मायागंज अस्पताल में 19 व निजी अस्पताल में दो डेंगू के मरीज मिले. सिविल सर्जन डॉ अंजना कुमारी ने बताया कि जिले में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 470 पर पहुंच गयी है.
सैंपल लेने से पहले बच्ची की मौत
मृतकों में एलिजा टेस्ट में पॉजिटिव आये मरीज सिकंदरपुर निवासी मनीष कुमार(30) व दो संदिग्धों में सुरखीकल निवासी माउंट असीसी की कक्षा दो की छात्रा डॉल्वी आर्या और झौआकोठी निवासी सोनू कुमार(40) शामिल हैं. डॉल्वी को सोमवार की शाम पांच बजे मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में इलाज के लिए लाया गया. स्थिति बिगड़ने के बाद बच्ची को बेहोशी की हालत में एचडीयू वार्ड में ऑक्सीजन पर रखा गया. डॉक्टरों के प्रयास के बावजूद सोमवार की रात 11:45 बजे उसकी मौत हो गयी. डॉ केके सिन्हा ने बताया कि एलिजा जांच के लिए सैंपल लेने से पहले बच्ची की मौत हो गयी.
सोनू को आया कार्डियक अरेस्ट
सोनू कुमार को सोमवार शाम को मायागंज अस्पताल लाया गया. इससे पहले एक निजी क्लिनिक में जांच में वह डेंगू व टायफाइड पॉजिटिव आया था. सोनू को डॉ हेमशंकर शर्मा की यूनिट में फैब्रिकेटेड अस्पताल में भर्ती किया गया. सोनू का प्लेटलेट्स काउंट 30 हजार था. मंगलवार की सुबह उसे अचानक कॉर्डियक अरेस्ट आया और उसकी मौत हो गयी. वहीं सिकंदरपुर निवासी मनीष कुमार एलिजा टेस्ट में डेंगू पॉजिटिव मिला है. वहीं डॉल्वी आर्या व सोनू कुमार का एलिजा टेस्ट के लिए सैंपल लेने से पहले उसकी मौत हो गयी. दोनों डेंगू के संदिग्ध मरीज थे. मायागंज अस्पताल के प्रबंधक सुनील कुमार ने कहा कि मायागंज अस्पताल में समय पर आने वाले मरीजों का बेहतर इलाज हो रहा है. जबकि निजी अस्पतालों में इलाजरत मरीजों की स्थिति अत्यंत गंभीर होने के बाद उन्हें हमारे पास इलाज के लिए भेज दिया जाता है.
मायागंज अस्पताल में 105 मरीज इलाजरत
मायागंज अस्पताल में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ कर 105 हो गयी. इनका इलाज अस्पताल के एमसीएच, फैब्रिकेटेड व एचडीयू वार्ड में किया जा रहा है. वहीं 25 मरीज स्वस्थ हुए. मायागंज अस्पताल प्रबंधक सुनील गुप्ता ने बताया कि स्वस्थ मरीजों को डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया. प्रबंधक ने बताया कि मंगलवार को 36 डेंगू के संदिग्ध मरीज भर्ती किये गये. भर्ती 105 मरीजों में 84 फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल, पांच एचडीयू व 14 मरीजों का एमसीएच बिल्डिंग के डेंगू वार्ड में इलाज चल रहा है.
कैमूर जिले में डेंगू से तीन और लोग संक्रमित
भभुआ सदर. जिले में भभुआ समेत दुर्गावती और कुदरा में डेंगू के मरीज मिले हैं. इसके चलते जिले में अब डेंगू पीड़ित मरीजों की कुल संख्या अब 13 हो गयी है. राहत की बात है कि लगभग सभी मरीज घर पर ही स्वास्थ्य लाभ कर ठीक हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के जिला डाटा प्रबंधक रोहित कुमार ने बताया कि जांच के क्रम में वाराणसी से लौटे भभुआ शहर के वार्ड 18 निवासी दिव्यांश कुमार, कुदरा निवासी अंशु पांडेय और दुर्गावती के खामिदौरा गांव निवासी शिवम सिंह में डेंगू के संक्रमण मिले हैं. सभी मरीजों का घर पर ही इलाज हो रहा है. उनकी स्थिति फिलहाल बेहतर है.
वाराणसी में इन दिनों डेंगू फैला हुआ है
गौरतलब है कि वाराणसी में इन दिनों डेंगू फैला हुआ है और बुखार से पीड़ित जितने भी मरीज स्वास्थ्य लाभ के लिए अपने गृह क्षेत्र आ रहे हैं. वैसे अधिकतर मरीजों के एलिसा जांच में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं. जिले में 11 अगस्त के बाद 20 सितंबर तक कुल डेंगू के 11 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें दुर्गावती में चार, भभुआ, चांद, चैनपुर, मोहनिया व कुदरा में एक-एक व भगवानपुर में दो मरीज मिल चुके हैं.