सावधान! पटना में अधिकारी बनकर फोन कर रहे ठग, बीमारी का बहाना कर मांग रहे लाखों रुपये, जानें पूरा मामला
नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुनीश चावला व एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार के नाम पर फोन कर संवेदक से दो लाख रुपये मांगने का मामला प्रकाश में आया है. हालांकि, इन दोनों मामले में संवेदक ठगों के झांसे में नहीं आए.
पटना में एक ऐसा गिरोह सक्रिय हो गया है, जो अधिकारी बन कर कनीय पदाधिकारियों से संवेदक का नंबर मांग रहा है और फिर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर दो लाख रुपये मांगे जा रहे हैं. नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुनीश चावला के नाम पर फोन कर संवेदक से दो लाख रुपये मांगने का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में ओम सांई इंटरप्राइजेज के युगेश्वर नाथ ने पटना के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी है.
अधिकारियों को फोन कर मांगा फोन नंबर
जालसाज ने पहले मेयर, उप महापौर, नगर आयुक्त व अन्य अधिकारियों को फोन किया और अपने आप को अपर मुख्य सचिव बताते हुए क्षेत्र में चल रही परियोजना की जानकारी ली. इसके बाद उनसे उन परियोजना को करने वाले संवेदक का नंबर लिया. संवेदक युगेश्वर नाथ को भी 8509288970 नंबर से फोन किया गया और अपने आप को अपर मुख्य सचिव बताते हुए करीबी का स्वास्थ्य खराब होने की जानकारी देते हुए दो लाख रुपये की मांग की गयी. लेकिन युगेश्वर नाथ ने जब जानकारी ली तो पता चला कि फर्जी व्यक्ति उनसे रकम मांग रहा है. इसके बाद उन्होंने साइबर थाने में मामला दर्ज करा दिया है. साथ ही उन्होंने जालसाज के वालनगीड़ जिले के खाता की जानकारी भी साइबर थाना पुलिस को दी है.
प्रबंध निदेशक बन संवेदक से दो लाख ठगने का प्रयास
एसबीपीडीसीएल (साउथ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड) के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार बन कर जालसाजों ने पेसू पूर्वी विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल के सहायक विद्युत अभियंता अमर प्रकाश को झांसे में लिया और संवेदक से दो लाख रुपये ठगने की कोशिश की. हालांकि अभियंता जालसाज के खेल को समझ गये और उन्होंने पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी है. साथ ही उस नंबर को भी पुलिस के हवाले कर दिया है, जिससे उन्हें कॉल आया था.
कॉल करने वाले के खिलाफ गरज कराया मामला
अमर प्रकाश ने लिखित शिकायत में पुलिस को जानकारी दी है कि उन्हें एक नंबर से कॉल आया और बताया कि वह एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार बोल रहे हैं. मुझे आपके क्षेत्र में चलने वाले परियोजना के बारे में बताये और संवेदक का मोबाइल नंबर दिया जाये. इसके बाद संवेदक का नंबर दे दिया गया. इसके बाद फर्जी प्रबंध निदेशक ने यह बोला कि संवेदक को बात करने बोलियेगा. इसके बाद संवेदक हिमांशू कुमार ने फोन कर अभियंता को बताया कि उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया था, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया. इसके बाद जालसाज ने संवेदक को फोन किया और करीबी के बीमार होने की जानकारी देते हुए दो लाख रुपये की मांग की. यह बात अभियंता के संज्ञान में आयी और फिर उन्होंने कॉल करने वाले के खिलाफ में पीरबहोर थाने में मामला दर्ज करा दिया है.
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नगर निगम की अपील, इस तरह के कॉल से रहें सावधान
नगर निगम ने आम लोगों को सावधान किया गया है कि इस तरह के किसी भी कॉल पर विश्वास न करें एवं किसी तरह की कोई राशि ट्रांसफर ना करें. इस तरह की फर्जी कॉल्स के विरुद्ध साइबर सेल में एफआइआर दर्ज करायी गयी है. आमजनों को भी पटना नगर निगम इस तरह की ठगी से बचने के लिए सचेत किया है.