बिहार के कई जिलों में मंगलवार की सुबह से ही दिन भर हल्की व तेज आंधी-पानी हुई है. कई जगह बारिश के साथ ठनका भी गिरा. प्रदेश में हुए इस वज्रपात की वजह से कई मौतें भी हुईं. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक मधेपुरा एक, वैशाली एक, अररिया एक, दरभंगा तीन और बेगूसराय में दो लोगों की मौत ठनका गिरने के कारण हुई है. इस संबंध में विभाग को सूचना मिली है.
ठनका से हुई मौत की सूचना मिलने बाद आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा विभागीय स्तर पर इन जिलों को निर्देशित किया गया है कि नियमानुसार कार्रवाई करते हुए अनुदान की प्रक्रिया पूरी जाए. इसके साथ ही खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करने की अपील की गयी है. खराब मौसम में घरों में रहें को कहा गया है.
राज्य में वज्रपात से हुई मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्माहत हैं. उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें.
Also Read: Bihar Weather: बिहार में फिर से रंग बदलेगा मौसम, जानिए आंधी-बारिश और ओलावृष्टि को लेकर क्या कहता है मौसम विभाग
-
वज्रपात से बचाव के लिए किसी ऊंचे क्षेत्र में न जाएं क्योंकि बिजली गिरने का सबसे अधिक खतरा वहीं होता है.
-
अगर किसी खुले स्थान में हो तो वहां से किसी पक्के मकान में तुरंत चले जाएं और खिड़की एवं दरवाजों से दूर रहें
-
घर में पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि बिजली के उपकरणों से दूर रहें और उन्हें बंद कर दें
-
बिजली के पोल और टेलिविज़न या मोबाईल टावर से दूर रहें
-
बिजली की चमक या बादलों के गरजने की आवाज सुनकर किसी पेड़ के नीचे नहीं जाएं
-
एक जगह पर समूह में खड़े न हों, कम से कम 15 फीट दूरी बनाए