केमिकल खत्म होने के कारण पीएमसीएच में थायरॉइड की जांच बंद
हर दिन सैकड़ों मरीजों को डॉक्टर थायरॉइड की जांच लिखते हैं, लेकिन जब मरीज पैथोलॉजी लैब में जाते हैं, तो वहां बताया जाता है कि यहां टीएसएच जांच बंद है.
पटना : अधिकारियों की लापरवाही के कारण पीएमसीएच में थायरॉइड की जांच कई दिनों से बंद है. हर दिन सैकड़ों मरीजों को डॉक्टर थायरॉइड की जांच लिखते हैं, लेकिन जब मरीज पैथोलॉजी लैब में जाते हैं, तो वहां बताया जाता है कि यहां टीएसएच जांच बंद है.
कारण पूछने पर बताते हैं कि केमिकल खत्म है. जब तक आपूर्ति नहीं होगी, तब तक जांच बंद रहेगी. हालांकि जिनकी पहुंच और पैरवी है, उनकी जांच चुपके से कर दी जाती है. लेकिन आम मरीजों को लैब के कर्मचारी डांट कर भगा देते हैं.
जांच बंद होने से निजी लैबों की चांदी : पीएमसीएच में थायरॉइड की जांच बंद रहने से मरीज निजी लैब में जांच कराने के लिए मजबूर हो रहे हैं. इसके कारण पीएमसीएच परिसर में दलाल सक्रिय हैं. वे मरीजों को झांसे में लेकर निजी लैबों तक ले जाते हैं.
जो मरीज इनके बहकावे में आ जाते हैं, वे अन्य जांच भी निजी लैबों में करवा लेते हैं. पीएमसीएच में थायरॉइड समेत सभी तरह की पैथोलॉजी जांच नि:शुल्क होती है. वहीं बाजार में इसके लिए करीब 300 रुपये तक लिये जाते हैं.
सैंपल पीएमसीएच में, जांच निजी लैब में : गुरुवार को यहां इलाज के लिए पहुंचे एक मरीज अनुराग बताते हैं कि जब टीएसएच जांच के लिए पैथोलॉजी लैब गये, तो एक कर्मी ने कहा कि जांच होती है और दूसरे ने कहा कि जांच नहीं होती है.
बाद में वरीय पदाधिकारी के पास भेजा गया, जहां बताया गया कि केमिकल खत्म होने से जांच बंद है. बिना स्पष्ट किये हुए कि जांच होगी कि नहीं उनके खून का सैंपल ले लिया गया. अंत में मरीज खुद सैंपल लेकर निजी लैब में जांच के लिए गये.
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ बीके कारक ने कहा कि केमिकल खत्म होने के कारण पीएमसीएच में थायरॉइड की जांच बंद है. जल्द ही केमिकल की आपूर्ति हो जायेगी. बहुत जल्द इस जांच को दुबारा से शुरू कर दिया जायेगा.
Posted by Ashish Jha