बिहार: जमुई में खंडहरनुमा घर की छत पर बाघ दिखने का लोगों ने किया दावा, खोज में जुटे वनकर्मी
Bihar News: जमुई में एक खंडहरनुमा घर की छत पर एक खूंखार जानवर को ग्रामीणों ने देखा तो पूरे इलाके में इस खबर से दहशत का माहौल बना हुआ है. लोग अपने घरों में कैद हो गये हैं. वहीं वन विभाग की टीम तेंदुआ मानकर उसकी खोज में जुटी है.
Bihar: जमुई में एक खूंखार जानवर की वजह से लोग खौफ में हैं. सोनो प्रखंड अंतर्गत चुरहेत पंचायत के अमेठियाडीह गांव में कुछ ग्रामीणों ने गुरुवार को एक घर की छत पर बाघ को बैठे हुए देखने का दावा किया है. भयभीत ग्रामीणों ने घर की छत पर बैठे बाघ का दूर से ही कुछ सेकेंड का वीडियो बनाया है. कम रोशनी में बनाये गये इस वीडियो में छत पर बैठे कथित बाघ की आंखें चमक रही हैं. वह सिर इधर-उधर घुमाकर देखता है. दूर से बनाये गये वीडियो में छत पर बैठे जानवर को बाघ बताया जा रहा है. जबकि वन विभाग के पदाधिकारी व अन्य कुछ ग्रामीणों ने इसके तेंदुआ होने की संभावना जतायी है. रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.
छत पर बैठा दिखा जानवर
गुरुवार की सुबह नंदलाल पांडेय के घर के आसपास उगे जंगलनुमा झाड़ियों को घेर कर ग्रामीणों ने उक्त जानवर की खोज की, लेकिन फिर से बाघ या तेंदुआ कहीं नहीं दिखा. कुछ ग्रामीणों का मानना है कि जिस घर की छत पर बाघ देखा गया, उस घर में दो वर्षों से कोई नहीं रहता है. नंदलाल पांडेय के इस घर के आसपास बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग आयी हैं. इस जंगलनुमा झाड़ियों के बीच स्थित घर में बाघ छिपा हो सकता है. ग्रामीणों ने सोनो थाना और वन विभाग को स्थिति की जानकारी दी.
वन विभाग के कर्मी भी रहे परेशान
सूचना पाकर झाझा वन प्रक्षेत्र के रेंजर उदय शंकर सिंह वन कर्मियों के साथ व सोनो थाना से पुलिस की टीम अमेठियाडीह गांव पहुंचे. वन विभाग के कर्मियों ने उक्त घर की छत पर और आसपास के झाड़ियों में छानबीन की. लेकिन कहीं कोई जानवर नजर नहीं आया. वन विभाग के कर्मियों द्वारा पंजे के निशान को भी खोजने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. अंततः वन विभाग के लोग व पुलिस बल वापस लौट गये. ग्रामीणों को आगाह करते हुए कहा कि अगर फिर जानवर दिखे तो फौरन सूचित करें.
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शाम में फिर चला अभियान
उक्त जानवर की खोज और उसे पकड़ने हेतु शाम में पुनः रेंजर के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया गया. एक दर्जन वन कर्मी अमेठियाडीह गांव पहुंचे. वे अपने साथ बड़े पिंजरे, हेलोजन लाइट, केमिकल पावडर व अन्य जरूरी चीजें लेकर आये. बटिया वन क्षेत्र से भी आधे दर्जन वन कर्मी को बुलाया गया. जिस घर के छत पर बाघ या तेंदुआ देखा गया था उस घर के आसपास के जंगली झाड़ियों को जेसीबी से साफ करवाया गया. झाड़ियों के सफाई के दौरान वन कर्मियों ने कोई केमिकल युक्त पाउडर का छिड़काव किया. पाउडर का छिड़काव करते ही कोई बड़ा जानवर झाड़ियों से निकलकर तेजी से सुनसान घर में चला गया. वन कर्मियों को यह विश्वास हो गया कि तेंदुआ या अन्य इस तरह का कोई जानवर मौजूद है.
घेराबंदी की गयी, घरों में कैद हुए लोग
वन विभाग के कर्मियों ने चारों ओर वेपर लाइट लगाकर पर्याप्त रोशनी की और ग्रामीणों को घर के भीतर रहने की सलाह दी. स्थिति को देखते हुए भागलपुर से एक्सपर्ट वन कर्मी की टीम को बुलाया गया. इस बीच पिंजरे में चारा डालने और पिंजरे को उक्त सुनसान घर के समीप लाने का प्रयास किया गया. वन कर्मी इस प्रयास में हैं कि तेंदुआ या बाघ जो भी भीतर छिपा बैठा है, उसे किसी तरह पिंजरे में लाया जाये. जाल व बेहोशी के इंजेक्शन सहित अन्य विकल्प पर भी काम किया जा सकता है. वन कर्मियों के सहयोग व अन्य सुरक्षा को लेकर स्थानीय थाना से थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम भी पहुंची हुई है. ग्रामीण जिज्ञासा व भय के बीच घर में रहकर कार्रवाई को देखते रहे.
तेंदुए की आशंका
ग्रामीणों की सूचना पर आकर हमलोगों ने छानबीन की, लेकिन कुछ नहीं मिला. क्षेत्र में बाघ पाये जाने की संभावना नहीं के बराबर है. ग्रामीणों द्वारा सुबह में जो वीडियो लिया गया, उसमें अस्पष्ट दिख रहा जानवर तेंदुआ हो सकता है. झारखंड के जंगल से सटे चरकापत्थर जंगल की सीमा क्षेत्र से भटककर तेंदुआ आ सकता है. संभावित जानवर को खोजने का प्रयास किया जा रहा है.
उदय शंकर, पदाधिकारी, वन विभाग झाझा