रात के अंधेरे में सड़क पर निकल आये वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के बाघ व तेंदुआ, पर्यटकों ने कैमरे में किया कैद
हाल के वर्षों में सरकार की ओर से किये गये प्रयासों का नतीजा है कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के प्रक्षेत्रों के घने जंगलों में स्थित वाल्मीकिनगर स्टेट हाईवे मुख्य सड़क पर पर्यटकों को तेंदुआ और बाघ का दीदार दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहा हैं.
बगहा. बिहार के बगहा में इंडो नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में देश-विदेश से पर्यटक बाघों और अन्य वन्य जीवों का दीदार करने पहुंचते हैं. यदि उन्हें बाघ, तेंदुआ, गौर, जंगली सुअर, हिरण या अन्य वन्य जीव नजर नहीं आते हैं तो उनके वीटीआर भ्रमण की हसरत अधूरी रह जाती है. वे एडवेंचर का पूरा आनंद नहीं उठा पाते हैं. ऐसे में किसी पर्यटक को राह चलते बाघ या तेंदुआ नजर आ जाए तो उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहता. हाल के वर्षों में सरकार की ओर से किये गये प्रयासों का नतीजा है कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के प्रक्षेत्रों के घने जंगलों में स्थित वाल्मीकिनगर स्टेट हाईवे मुख्य सड़क पर पर्यटकों को तेंदुआ और बाघ का दीदार दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहा हैं. आये दिन वीटीआर का भ्रमण करने जा रहे पर्यटक वन्यजीवों को दीदार कर रोमांच हो रहे है. वही पर्यटक जंगल व वन्यजीवों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं.
वीटीआर में पर्यटकों को दिखे बाघ व तेंदुआ
मुजफ्फरपुर के रहने वाले दीपक शर्मा परिवार के साथ वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का भ्रमण करने जा रहे थे. पूरा परिवार खुश था कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में वे जंगल सफारी का लुत्फ उठाएंगे और फिर वन्यजीवों का स्वछंद दीदार करेंगे. उनकी यह हसरत वीटीआर जंगल शुरू होने के साथ ही पूरी हो गयी. बगहा-वाल्मीकिनगर मुख्य मार्ग पर नौरंगिया-चमैनिया मोड़ के पास कुछ पलों के अंतराल में एक साथ बाघ और करीब के किलोमीटर दूर पर तेंदुआ के दर्शन हो गये. जिसके बाद पर्यटन नगरी वाल्मीकिनगर जा रहा परिवार रोमांच से भर उठा. पर्यटकों ने इस खूबसूरत तस्वीर को अपने कैमरे में कैद कर लिया और इसे उन्होंने वनकर्मियों को दिखाया. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
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वीटीआर में पहुंच रहे पर्यटक
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में प्रतिवर्ष पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है. फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका और नेपाल समेत बिहार और यूपी के विभिन्न जिलों से पर्यटक यहां परिवार के साथ पहुंचते हैं. वे जल, जंगल व पहाड़ का एक साथ दीदार कर एडवेंचर का पूरा लुत्फ उठाते हैं. कोरोना काल की मंदी के बाद हाल के दिनों में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को भारी राजस्व की प्राप्ति हुई है.
अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर से लगातार मिल रही प्रशंसा
हैबिटेट प्रबंधन के मामले में वीटीआर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिल चुकी है. तीन वर्ष वीटीआर को कैट्स एक्रेडेशन हो चुका है. यह मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर की मान्यता पाने वाला वीटीआर देश 14 वां टाइगर रिजर्व हो गया है. वीटीआर बायोडायवर्सिटी के लिए भी अवार्ड मिल चुका है. इस वर्ष मार्च में गुवाहाटी से आए एनटीसीए आइजी डब्लू लोंगवा ने मंगुराहा, गोबर्धना, रघिया प्रक्षेत्र के अंदर से 200 किलोमीटर का दौरा किया था. अपनी टिप्पणी में वन्यजीव प्रबंधन के लिए वीटीआर को अच्छा कहा था.