देवघर, संजीव मिश्रा : बसंत पंचमी के अवसर पर बाबा बैद्यनाथ को मंदिर स्टेट की ओर से तिलक चढ़ाया गया. गुरुवार (26 जनवरी, 2023) तिलक चढ़ने के साथ ही मिथिलांचल में होली शुरू हो गई, वहीं, आसपास ठहरे मिथिलांचल वासी एक-दूसरे को गुलाल लगाकर तिलक पूजा की बधाई देते हुए भजन कीर्तन में फाग के गीत गाकर झूमते नजर आए.
बाबा मंदिर के लक्ष्मी नारायण मंदिर के बरामदे पर सरदार पंडा श्री श्री गुलाब नंद ओझा की मौजूदगी में पुजारी प्रमोद श्रृंगारी ने बाबा बैजनाथ का तिलक पूजा किया. इस पूजा में आचार्य के तौर पर मंदिर स्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित एवं उपचारक भक्ति नाथ फलहारी मौजूद रहे. तिलक पूजा में बाबा को आम का मंजर मालपुआ का भोग आदि अर्पित करने के बाद गुलाल चढ़ाकर आरती की गई, उसके बाद पुजारी प्रमोद श्रृंगारी मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर बाबा बैद्यनाथ का श्रृंगार पूजा शुरू किया.
श्रृंगार पूजा के दौरान बाबा को चंदन लगाने के बाद गुलाल अर्पित कर चली आ रही परंपरा के अनुसार तिलक चढ़ाने की परंपरा को संपन्न किया गया. इसके बाद मंदिर परिसर में आये श्रद्धालु एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुरुआत की. बाबा बैद्यनाथ को तिलक चढ़ाने के साथ मिथिलांचल में होली शुरू हो गयी है. मालूम हो कि गुलाल चढ़ाने की परंपरा फाल्गुन मास पूर्णिमा तक जारी रहेगी.
बता दें कि बाबा बैद्यनाथ के तिलकोत्सव से पहले बाबा मंदिर परिसर तिलकहरुओं से पटा रहा. बसंत पंचमी से पहले बाबा मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. बाबा को तिलक चढ़ते ही श्रद्धालुओं के बीच होली की खुमारी बढ़ने लगी. झाल-मंजिरे के साथ फगुआ गीत गाये जाने लगे.
बाबा भोलेनाथ को तिलक चढ़ाने को लेकर बिहार के सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी, झंझारपुर समेत नेपाल से काफी संख्या में शिव भक्त यहां पहुंचे. कई भक्तों ने शीघ्र दर्शन सुविधा का लाभ उठाया. भीड़ को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात किये गये थे.