भागलपुर. टीएमबीयू सहित सूबे के विवि के काॅलेजाें व पीजी विभागाें में छात्राें की कम उपस्थिति काे लेकर राजभवन गंभीर है. इसे लेकर राजभवन नयी व्यवस्था करनी जा रही है. अब छात्रों को वर्ष 2023 के जनवरी से बायाेमेट्रिक से अटेंडेंस बनाने होंगे. छात्रों को अटेंडेंस 75 फीसदी पूरा करना होगा. अटेंडेंस कम हाेने पर परीक्षा के लिए अनुमति नहीं दी जायेगी. यह निर्णय पिछले दिनाें शिक्षामंत्री के साथ राज्य के विवि के कुलपतियाें व अन्य अधिकारियाें की बैठक में ली गयी थी.
छात्राें को अब हरहाल में कक्षा में उपस्थिति बायाेमेट्रिक से दर्ज कराने होंगे. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने राजभवन के प्रधान सचिव काे पत्र देकर नयी व्यवस्था सुनिश्चित कराने का आग्रह किया है. इस आशय का पत्र टीएमबीयू सहित सूबे के सभी विवि को भी राजभवन से भेजा गया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने राजभवन के प्रधान सचिव काे लिखे पत्र में कहा है कि जनवरी से हाेने वाली बायाेमेट्रिक अटेंडेंस व्यवस्था के लिए छात्रों को जागरूक किया जाये. ताकि चार माह बाद छात्र-छात्राएं नयी व्यवस्था काे अपना सकें. इसके अलावा पत्र में क्लास के नियमित संचालन व इसकी निगरानी के लिए ऐप बनाने का भी सुझाव दिया गया है. जिससे ऐप के माध्यम से काॅलेजाें व पीजी विभागाें में क्लास की निगरानी हो.
विवि के एक अधिकारी ने कहा कि का कॉलेजों व पीजी विभागों में छात्रों की क्लास में उपस्थिति कम होने पर सवाल उठ रहे हैं. क्लास में उपस्थिति बढ़ाने के लिए कॉलेज प्रशासन व पीजी विभाग अपने स्तर से प्रयास करता रहा है. बावजूद छात्रों की उपस्थिति क्लास में नहीं पड़ पायी है. मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केसी झा ने कहा कि क्लास में छात्रों की उपस्थिति कम होना बड़ी समस्या है. बार-बार छात्रों को चेतावनी भी दी जाती है. इसके बाद भी क्लास में छात्रों में छात्रों की उपस्थिति पूरी तरह बढ़ नहीं पायी.
विवि के तत्कालीन सीसीडीसी डॉ केएम सिंह ने कहा कि राजभवन व सरकार का बढ़िया प्रयास है. नयी व्यवस्था से छात्रों की क्लास में उपस्थिति बढ़ सकती है. इसके लिए कॉलेजाें व पीजी विभागों को अभी से ही जागरूक करने की जरूरत है. क्योंकि वर्तमान में यूजी व पीजी में नये सत्र के तहत नामांकन लिया जा रहा है.