पटना. महावीर मन्दिर में शनिवार को भक्तों को सुखद आश्चर्य हुआ. अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे हनुमान का प्रवेश मन्दिर परिसर में हुआ. पुजारी की माने तो ऐसा पहली बार हुआ जब आरती के वक्त हनुमान का महावीर मंदिर में आना हुआ. यही कारण रहा कि महावीर मन्दिर में हनुमान का दर्शन पाकर श्रद्धालु आह्लादित हो गये.
भक्तों ने जय हनुमान के नारे लगाते हुए उन्हें प्रणाम किया. महावीर के दोनों विग्रहों के दर्शन करते हुए हनुमान सीढ़ियों के सहारे दूसरे तल्ले पर गये. मन्दिर परिसर में आधा घंटा से अधिक समय तक भक्तों ने हनुमान के इस अंश के दर्शन किये. भक्तों ने इन्हें लड्डू भी खिलाया. सनातन मान्यता के अनुसार रूद्रावतार भगवान हनुमान इस रूप में अवतरित हुए थे. इसलिए भारतीय संस्कृति व परंपरा में यह रूप महावीर के अंश के रूप में माना जाता है.
जानकारी के अनुसार शनिवार को पटना के महावीर मंदिर में आरती के समय एक हनुमान मंदिर पहुंचे. मंदिर में शनिवार को दोपहर की आरती हो रही थी. श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ थी. इस बीच, बाहर गेट से एक हनुमान मंदिर में पहुंचे. देखते ही लोग उन्हें रास्ता देते गये और वह आगे बढ़ते गये. वो काफी देर तक महावीर की प्रतिमा के सामने चुपचाप बैठे रहे.
हनुमान ने न तो किसी को नुकसान पहुंचाये और न ही किसी प्रकार का उत्पात मचाये. काफी देर तक वह वहीं बैठे रहे. उसे देख लोगों ने खूब जयकारे लगाये. मंदिर के पुजारियों का कहना है कि पहले ऐसा नहीं हुआ है. पुजारियों का कहना है कि शनिवार के खास दिन मंदिर में हनुमान का आना और शांति से बैठ जाना श्रद्धा बढ़ाने वाला है.
पुजारियों बताया कि श्रद्धालु जयकारों के साथ बंदर को लड्डू भी खिलाये. उनका कहना है कि सनातन मान्यता के अनुसार रूद्रावतार भगवान हनुमान बन्दर के रूप में अवतरित हुए थे. इसलिए भारतीय संस्कृति व परंपरा में बन्दर को हनुमान के अंश के रूप में माना जाता है.