मुजफ्फरपुर के मुशहरी में बन रहा तिरहुत का पहला कृषि यांत्रिकीकरण भवन, किसानों को मिलेगी ये सुविधा
मुशहरी में जिला कृषि कार्यालय के समीप ही 2.40 करोड़ की लागत से कृषि यांत्रिकीकरण कर्मशाला का भवन बनाया जा रहा है. यह उत्तर बिहार का पहला भवन है. जबकि बिहार का तीसरा भवन है. इससे पूर्व पूर्णिया व आरा में भवन का निर्माण कराया जा रहा है.
मुजफ्फरपुर. खेतीबारी के इस्तेमाल में होने वाले कृषि यंत्रों की मरम्मत के लिए परेशान किसानों के लिए अच्छी खबर है. मुशहरी में जिला कृषि कार्यालय के समीप ही 2.40 करोड़ की लागत से कृषि यांत्रिकीकरण कर्मशाला का भवन बनाया जा रहा है. यह उत्तर बिहार का पहला भवन है. जबकि बिहार का तीसरा भवन है. इससे पूर्व पूर्णिया व आरा में भवन का निर्माण कराया जा रहा है.
दो से तीन माह में बनकर होगा तैयार
मुशहरी में भवन निर्माण प्रगति पर है. संभावना है कि दो से तीन माह में यह बनकर तैयार हो जायेगा. इसके बाद लोगों को कृषि यंत्रों की मरम्मत के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा. इससे लोगों को ट्रेंड मिस्त्री बनाया जायेगा. जिससे की वे गांव में किसानों के कृषि यंत्रों की मरम्मत कर सके. इससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी, साथ ही किसानों को कृषि यंत्रों की मरम्मत के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. भवन निर्माण के बाद कृषि मेला का आयोजन किया जा सकता है. जिससे किसान अनुदान पर कृषि यंत्रों की खरीदारी कर सकते हैं.
मामूली योग्यता वाले भी ले सकेंगे प्रशिक्षण
सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण सह नोडल पदाधिकारी शशि शेखर ने बताया कि मामूली योग्यता वाले भी यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं. उन्हें रिपेयरिंग का थोड़ा बहुत काम आना चाहिए. इसके अलावे उन्हें हिंदी पढ़ना व लिखना आना चाहिए. कृषि यंत्रों में खराबी होने पर किसान को मरम्मत के लिए शहर आना पड़ता है. दूर दराज वाले किसानों की परेशानी बढ़ जाती है.
कृषि यंत्र मरम्मती के लिए मिलेगा प्रशिक्षण
जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह ने कहा कि संयुक्त कृषि भवन के समीप 2.40 करोड़ की लागत से कृषि यांत्रिकीकरण कर्मशाला भवन का निर्माण कराया जा रहा है. यह उत्तर बिहार का पहला व बिहार का तीसरा है. यहां पर कृषि यंत्र मरम्मती के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा. इससे किसानों को गांव में ट्रेंड मिस्त्री मिल जायेंगे.