भागलपुर. टीएमबीयू के पीजी प्राचीन इतिहास विभाग में बिना रूटीन के ही पठन-पाठन का कार्य हो रहा है. विभाग में आठ माह से नियमित विभागाध्यक्ष नहीं हैं. गेस्ट शिक्षकों के भरोसे ही क्लास संचालित हो रहा है. नियमित हेड के नहीं रहने से रूटीन तक नहीं बना है. दरअसल, बुधवार को विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र औचक निरीक्षण करने पीजी प्राचीन इतिहास विभाग पहुंचे थे. इस दौरान गेस्ट शिक्षकों ने विभाग की हालत से रूबरू कराया.
डीएसडब्ल्यू ने हाजिरी पंजी की जांच की. चल रहे क्लास को देखा. डीएसडब्ल्यू ने गेस्ट शिक्षकों से क्लास संबंधित जानकारी ली, तो बताया गया कि हेड के नियमित नहीं रहने से बहुत परेशानी हो रही है. क्लास के लिए रूटीन तैयार नहीं किया गया है. गेस्ट शिक्षक अपने हिसाब से क्लास मैनेज कर रहे हैं, ताकि क्लास बाधित नहीं हो.
डीएसडब्ल्यू ने जब गेस्ट शिक्षक से पूछा कि प्रभारी हेड नहीं आते हैं. गेस्ट शिक्षक ने कहा कि कम आते हैं. इंटरनल परीक्षा भी वे लोग ही लेते हैं. लेकिन परीक्षा लेने के बाद कॉपी रख दी जाती है. बताया जा रहा है कि नियमित शिक्षक के नहीं रहने से स्टूडेंट्स की क्लास में उपस्थिति भी कुछ कम हुई है.
बता दें कि सितंबर 2022 में प्रो दयानंद राय हेड के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र ने बताया कि मामले में कुलपति प्रो जवाहर लाल से उनकी बात हुई है. कुलपति को विभाग की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि विभाग में जल्द नये हेड की व्यवस्था की जायेगी.
सेंट्रल लाइब्रेरी में टेबल व कुर्सी पर धूल की परत देख भड़के डीएसडब्ल्यू
डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र ने विवि के सेंट्रल लाइब्रेरी का भी औचक निरीक्षण किया. सफाई की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने से गदंगी फैला था. इस दौरान स्टडी रूम में छात्रों के बैठने के लिए लगाये गये टेबल व कुर्सी पर धूल का मोटा परत देख डीएसडब्ल्यू भड़क गये. संबंधित कर्मचारी को बुलाकर साफ-सफाई की जानकारी ली. हाजिरी पंजी की जांच की.
वहीं, शोध अभ्यर्थी आशीष कुमार ने भी डीएसडब्ल्यू से शिकायत की कि लाइब्रेरी में शोध अभ्यर्थियों के लिए न तो पत्रिकाएं, जर्नल, रिसर्च आर्टिकल्स कुछ भी नहीं आता है और न ही अभ्यर्थी शोध पुस्तकें पढ़ सकते हैं. साफ-सफाई व वाइ-फाइ की कंप्लीट व्यवस्था नहीं है. लाइब्रेरी के कर्मचारी नियमित समय पर नहीं आते हैं. लाइब्रेरी में स्टूडेंटस की सुविधा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. शोध छात्र ने कहा कि सेंट्रल लाइब्रेरी में परमानेंट प्रभारी नहीं रहते हैं. डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र ने कहा कि सेंट्रल लाइब्रेरी मामले में कुलपति को अवगत कराया गया है. लाइब्रेरी के कर्मचारियों को भी साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करने के लिए कहा है. लाइब्रेरी समय से आने व जाने के लिए कहा गया है.