दो दिनों की लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इससे एक ओर जहां जिले के दियारा इलाके में बाढ़ आ गयी है वहीं, शहरी क्षेत्र में बारिश ने प्रशासनिक व्यवस्था का पोल खोल दिया है. टीएमबीयू के पीजी हॉस्टलों में बारिश का पानी भर गया है, जिससे छात्रों को हॉस्टल खाली करना पड़ा है.
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी पुरुष हॉस्टलों में बारिश व नाला का पानी घुस गया है. हॉस्टलों के ग्राउंड फ्लोर के कमरा पानी से भरने लगा है. ऐसे में वेलफेयर टू, पीजी वन, रिसर्च हॉस्टल, यूजीसी हॉस्टल, टीएनबी गर्ल्स हॉस्टल, शिक्षक क्वॉर्टर, मारवाड़ी हॉस्टल में रहने वाले छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में कमरा खाली कर घर जाने लगी हैं.
पीजी पुरुष हॉस्टल जाने वाली सड़क बारिश व नाला के पानी से पूरी तरह डूब गयी है. हॉस्टल जाने वाले सड़क पर चार से पांच फीट गंदा पानी जमा है. बता दें कि स्मार्ट सिटी के योजना के तहत भैरवा तालाब को वाटर पार्क बनाया जा रहा है. ऐसे में भैरवा तालाब में हॉस्टलों से निकलने वाले पानी को बंद कर दिया गया है.
वेलफेयर टू में रहने वाले छात्रों ने बताया की कमरे में तीन फीट से अधिक पानी है. बेड पूरी तरह डूब गया है. रात में तीन से चार सांप को उन्होंने मारा है. बेड पर व फर्श पर जहरीले कीड़े मिल रहे हैं. ऐस में हॉस्टल में अब नहीं रहा जा सकता है. यही स्थिति पीजी वन, मारवाड़ी छात्रावास, रिसर्च व यूजीसी छात्रावास, वेलफेयर थ्री, टीएनबी कॉलेज स्थिति बालिका छात्रावास व शिक्षक क्वार्टर की भी है.
हॉस्टल के छात्र अब हॉस्टल खाली करके अपने घर जाने को मजबूर हैं. बुधवार को अपने सामान को सुरक्षित निकालने के लिए जद्दोजहद करते दिखे.
हॉस्टलों में पानी भर जाने के कारण कॉलेज यूनिफॉर्म में वर्ग कक्ष व परीक्षा हॉल में आने की स्थिति में छात्र नहीं हैं. छात्रों ने निरीक्षण के दौरान वीसी से कहा कि हाफ पैंट में कक्षा आने की अनुमति दी जाये. पानी के जमा रहने के यूनिफॉर्म पहन कर कॉलेज या पीजी विभाग जाना संभव नहीं है.
नगर निगम के सिटी मैनेजर सह पीआरओ विनय यादव ने कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत भैरवा तालाब में जमा पानी को गिराया जा रहा है. इससे पानी घटने लगा है. उन्होंने कहा इस क्षेत्र के पानी निकासी के लिए योजना बनायी गयी है. जल्द ही विवि अस्पताल से लेकर बरगाछ तक 300 मीटर पाइप लाइन बिछायी जायेगी. उस पाइप को मुख्य सड़क के पाइप से जोड़ा जायेगा, ताकि पानी का निकासी हो सके.
भैरवा तालाब के समीप मारवाड़ी कॉलेज के हॉस्टल में बारिश व नाला का पानी घुस गया है. इसको देखते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रो शिव प्रसाद यादव ने हॉस्टल के छात्रों लिए सूचना जारी की है. कहा कि बारिश का पानी छात्रावास में घुस जाने के कारण स्थिति खराब है. ऐसे में एक सप्ताह के लिए यहां के छात्र दूसरे जगह निवास करें. प्राचार्य ने कहा कि छात्रावास में रहने पर किसी भी स्थिति के जिम्मेवार स्वयं छात्र होंगे.
विवि में विगत दो दिनों से हॉस्टलाें में पानी घुसने के मामले के तूल पकड़ने के बाद अब छात्र संघ भी इसमें कूद गया है. बुधवार को ABVP के छात्र नेताओं ने पानी में ही धरना दे दिया और विरोध प्रकट किया. छात्र नेता स्मार्ट सिटी का कार्य कर रही एजेंसी के कर्मियों के पास हॉस्टलों में घुसे पानी की समस्या की शिकायत लेकर पहुंचे.
कक्षा के अंदर भी पानी प्रवेश कर चुका है. टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि बुधवार की सुबह करीब सात बजे पीजी हॉस्टलों का जायज लेने गये थे. हॉस्टलों में पानी भरने के कारण छात्रों को काफी परेशानी हो रही है. दूसरी ओर छात्रों की परीक्षा चल रही है और क्लास भी चल रही है. 75 फीसदी उपस्थिति क्लास में जरूरी है. सात पुरुष व एक गर्ल्स हॉस्टल में बारिश व नाला का पानी घुसा है. पानी के निकासी कराने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है.