भागलपुर. टीएमबीयू स्तर से यूजीसी से मिली राशि का हिसाब व उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं मिलने से फाइल तैयार नहीं हो पा रही है. यूजीसी ने 11वीं व 12वीं योजना के तहत विवि अंतर्गत पीजी विभागों व सेंट्रल लाइब्रेरी में किताब खरीदने व छात्रों के लिए नेट-सेट की तैयारी को लेकर नि:शुल्क कोचिंग कराया था. यूजीसी से कोचिंग मद में लाखों रुपये की अनुदान की राशि विवि को भेजी गयी थी. पीजी विभागों को भी किताब खरीद के लिए यूजीसी से विवि के माध्यम से राशि उपलब्ध करायी गयी थी, लेकिन इस मद का हिसाब विवि में नहीं मिल पा रहा है.
विवि प्रशासन ने सभी पीजी विभागों व लाइब्रेरी को पत्र भेज कर यूजीसी से मिली राशि का हिसाब व उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए गुरुवार तक का समय दिया है. कुछ विभागों ने राशि का हिसाब व उपयोगिता प्रमाण पत्र विवि को उपलब्ध करा दिया है. शेष पीजी विभागों ने अबतक हिसाब व उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं भेजा है. विभागों से कहा गया कि पूर्व में ही सारा हिसाब व उपयोगिता प्रमाण पत्र विवि को भेजा जा चुका है.
विभागाध्यक्षों ने कहा कि सारा कुछ विवि के पास जमा है. रिकॉर्ड निकाल कर देख लें. डीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि 19 सितंबर को यूजीसी के दिल्ली मुख्यालय में विवि स्तर पर यूजीसी उक्त योजना के तहत मिली राशि व उपयोगिता प्रमाण पत्र का सेटलमेंट कराना है. पीजी विभागों से यूजीसी मद में हिसाब व उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं मिलने से फाइल तैयार नहीं हो पा रही है. ऐसे में मुश्किलें बढ़ती जा रही है. डीओ के साथ रजिस्ट्रार को भी यूजीसी मुख्यालय दिल्ली में सशरीर उपलब्ध होना है