भागलपुर: टीएमबीयू को एमबीए विभाग से लाखों की आमदनी हो रही है, लेकिन छात्रों को बैठाने के लिए बेंच-डेस्क आदि उपस्कर की व्यवस्था नहीं कर पाया है. पिछले साल जुलाई में विवि की पूर्व कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने एमबीए विभाग के नये भवन का उद्घाटन किया था. लेकिन एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी विवि प्रशासन विभाग के नये भवन में डेस्क,बेंच आदि उपस्कर नहीं दे पाया है. जबकि विभाग के निर्धारित 60 सीट पर नामांकन से 67 लाख से अधिक राशि छात्रों से मिल रहा है. आज भी नामांकित छात्र-छात्राएं पीजी कॉमर्स विभाग के एक कमरा में क्लास करने के लिए विवश है.
कॉमर्स विभाग में पीजी की परीक्षा होने पर एमबीए क्लास को सस्पेंड कर दिया जाता है. जब तक परीक्षा चलती रहती है, क्लास छात्रों का नहीं हो पाता है. यही नहीं कॉमर्स विभाग के छात्रों का क्लास होने के बाद ही एमबीए के छात्रों को क्लास के लिए कमरा मिल पाता है. ऐसे में छात्र-छात्राओं को परेशानी से जूझना पड़ता है.
छात्र कुश, शहबाजउद्दीन, वसीम, आकृति, सिल्की आदि छात्रों ने बताया कि उनसे पीछे वाले बैच के छात्रों का नये भवन में पढ़ाई करने का सपना अधूरा ही रह गया. दो सत्र के विद्यार्थी पास आउट हो चुके हैं. सत्र 2022-24 के तहत उनलोगों ने नामांकन कराया है. उनलोगों को जगह की कर्मी के कारण पढ़ाई करने में दिक्कत आती है.
एमबीए विभाग के तत्कालीन निदेशक प्रो. पवन कुमार पोद्दार ने बताया कि विभाग के करीब 300 छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है. 2001 से एमबीए की पढ़ाई हो रही है. लेकिन विभाग को अपना भवन अबतक नसीब नहीं हो पाया है. जबकि 2016-17 में बिजनेस टुडे के सर्वे में एमबीए विभाग बिहार में पहला व पूर्व क्षेत्र का 18वां स्थान पर रहा है.
वहीं, इस मामले को लेकर प्रोवीसी प्रो. रमेश कुमार ने कहा कि भवन में उपस्कर आदि की कमी को दूर किया जायेगा. कुलपति के साथ विभाग का निरीक्षण किया जायेगा. कमियां सामने आयेगी. उसे दूर किया जायेगा.