भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में संचालित एमसीए कोर्स में कंप्यूटर की कमी नये सत्र के मान्यता के लिए बाधा बन सकती है. एमसीए विभाग निर्धारित मानकों को पूरा नहीं कर पा रहा है. ऐसे में विभाग को सत्र 2023-24 की मान्यता लेना है. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) में मान्यता के लिए जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी में ऑनलाइन आवेदन करना होता है. लेकिन AICTE के मानक के अनुरूप विभाग में कई कमी बतायी जा रही है. मानक पूरा होने पर ही विभाग को नये सत्र के लिए मान्यता मिल सकती है.
एमसीए विभाग में मानक के अनुसार कंप्यूटर की कमी है. ऑडिटोरियम नहीं है. लाइब्रेरी में मानक के अनुसार किताब की कमी है. वर्तमान में जो कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है. बहुत पुराने संस्करण के हैं. एआइसीटीइ ने पिछले सत्र की मान्यता देने के क्रम में कहा था कि उक्त चीजों की कमी है.
एमसीए विभाग को सत्र की मान्यता के लिए 30 नये वर्जन के कंप्यूटर की दरकार है. वर्तमान में 40 कंप्यूटर विभाग में है. इसमें मात्र 10-15 कंप्यूटर ही काम कर पा रहा है. ये सभी पुराने वर्जन के कंप्यूटर है. ऐसे में छात्रों को प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए कंप्यूटर कम पड़ गये हैं.
विभाग के छात्रों ने कहा कि जेनरेटर व इंवरटर की सुविधा नहीं रहने से वे लोग प्रैक्टिकल नहीं कर पाते हैं. बिजली जाते ही कंप्यूटर बंद हो जाता है. प्रैक्टिकल नहीं होने से उनलोगों की समझने में काफी दुश्वारी होती है.
एमसीए व्यावसायिक कोर्स में नामांकन के लिए प्रत्येक छात्रों से 83 हजार रुपये लिए जाते हैं. कुल 60 सीट पर नामांकन लिया जाता है. दो साल के कोर्स में चार सेमेस्टर की पढ़ाई होती है. पढ़ाने के लिए व्यावसायिक संविदा पर बहाल शिक्षक है. ऑडिटोरियम बनाने व लाइब्रेरी के लिए किताब खरीदने के लिए भी सहमति प्रदान की है. विभाग के भवन को लेकर कुलपति ने विशेष रूप से 23 जनवरी को भवन कमेटी की बैठक बुलायी है.
एमसीए विभाग के निदेशक प्रो विजेंद्र कुमार ने कहा कि विभाग की समस्या व कमी को लेकर कुलपति प्रो जवाहर लाल से वार्ता हुई थी. कुलपति ने आश्वासन दिया है कि सारी कमी को दूर किया जायेगा. 30 कंप्यूटर खरीदने के लिए भी वीसी ने अनुशंसा की है. ऑडिटोरियम बनाने के लिए 23 जनवरी को भवन कमेटी की बैठक बुलाने की बात कही है. साथ ही लाइब्रेरी के लिए किताब खरीदने पर भी सहमति जतायी है.