भागलपुर: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (ट्रिपल आइटी) भागलपुर में शुक्रवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की हिंदी सेल टीम ने दौरा किया. टीम ने संस्थान में हिंदी के विकास के लिए चलाये जा रहे गतिविधियों की समीक्षा की.
चार सदस्यीय टीम का स्वागत संस्थान के निदेशक प्रो. अरविंद चौबे ने किया. निदेशक ने टीम को पूरे कैंपस का भ्रमण कराया. टीम ने लाइब्रेरी, लैब, कक्षाएं, विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण कर यहां हिंदी भाषा में निबटाये जा रहे गतिविधियों की समीक्षा की. टीम को बताया गया कि संस्थान की परीक्षा के हर प्रश्नपत्र में एक सवाल हिंदी भाषा में लिखना अनिवार्य किया गया है. वहीं हिंदी सेल की टीम ने संस्थान में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ाने को लेकर विभिन्न सुझाव भी दिये. इनमें लाइब्रेरी में हिंदी साहित्य व कोर्स से जुड़े किताबों की संख्या में बढ़ोतरी की बात कही गयी. वहीं संस्थान में लगे साइन बोर्ड में हिंदी व अंग्रेजी के प्रयोग समेत पत्राचार में हिंदी का प्रयोग समेत अन्य सुझाव हैं. हिंदी भाषा में मिले पत्रों का जवाब भी हिंदी में देने की बात कही गयी.
संस्थान के पीआरओ डॉ धीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में हिंदी सेल का गठन किया गया है. शुक्रवार को ट्रिपल आइटी भागलपुर की समीक्षा के बाद टीम पटना चली गयी है. पटना स्थित एनआइटी व आइआइटी परिसर में भी हिंदी सेल की ओर से निरीक्षण किया जायेगा. न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत देशभर के तकनीकी शैक्षणिक संस्थानों में अंग्रेजी के अलावा हिंदी भाषा को बढ़ावा दिया जायेगा. पीआरओ ने बताया कि मंत्रालय की ओर से हर तकनीकी संस्थान में अंग्रेजी के अलावा हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इंजीनियरिंग कोर्स की किताबें भी हिंदी में प्रकाशित करने की तैयारियां हैं.