बिहार के इन बच्चों के लिए आज खुल सकता है हार्वर्ड का रास्ता, सॉफ्ट रोबोटिक टूल किट का देंगे प्रेजेंटेशन
अमेरिका की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था हार्वर्ड विश्वविद्यालय की देखरेख में सॉफ्ट रोबोटिक टूल किट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे +2 जिला स्कूल के बच्चों के लिए शनिवार अग्निपरीक्षा का दिन होगा. महीनों की मेहनत से तैयारी इनके प्रोजेक्ट का अवलोकन हार्वर्ड द्वारा चुने गये जज करेंगे.
गया. अमेरिका की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था हार्वर्ड विश्वविद्यालय की देखरेख में सॉफ्ट रोबोटिक टूल किट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे +2 जिला स्कूल के बच्चों के लिए शनिवार अग्निपरीक्षा का दिन होगा. महीनों की मेहनत से तैयारी इनके प्रोजेक्ट का अवलोकन हार्वर्ड द्वारा चुने गये जज करेंगे.
जजों की कमेटी में शिकागो के इलिनोयस विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि होंगे. जिन बच्चों के प्रोजेक्ट का चयन कर लिया जायेगा, उनके लिए हार्वर्ड से इंजीनियरिंग का रास्ता खुल जायेगा. चयनित बच्चों को उनके अभिभावकों से घोषणा पत्र लेकर सीधे तौर पर हार्वर्ड में नामांकन लिया जायेगा. जहां वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करेंगे.
खास बात यह कि बच्चों को किसी प्रकार की प्रवेश परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी. शनिवार को जिला स्कूल स्थित अटल टिकरिंग लैब में पूरे कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. एटीएल इंचार्ज देवेंद्र सिंह ने बताया कि सुबह नौ बजे से 11 बजे तक इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी 10 बच्चों के प्रोजेक्ट को आॅनलाइन देखा जायेगा और उनसे सवाल-जवाब पूछे जायेंगे. 10 अप्रैल को परिणामों की घोषणा की जायेगी. जिन बच्चों का चयन होगा, वे अगले फेज के तहत हार्वर्ड में नामांकित हो जायेंगे.
बच्चों के लिए है खास मौका
देवेंद्र सिंह ने बताया कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय के इस प्रोग्राम ने उन बच्चों के लिए एक अवसर पैदा किया, जो बच्चे या उनके अभिभावक कभी इतने बड़े विश्वविद्यालय में पढ़ने के बारे में सोचा भी नहीं होगा. उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के दौरान जब हार्वर्ड के शिक्षाविदों ने जाना कि इतने महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम करने वाले बच्चे निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं, तो उनकी रुचि बच्चों में बढ़ गयी.
हार्वर्ड ने तय किया कि जिन बच्चों का सेलेक्शन नहीं होगा, उन्हें दूसरे प्रकार से फिर से मौका मिलेगा. वैसे बच्चे जिनके प्रोजेक्ट का सेलेक्शन नहीं होगा, वे अपने प्रोजेक्ट पर फिर से काम करेंगे. साल में दो बार हार्वर्ड अपने स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन करेगा. अगर उसमें प्रोजेक्ट का सेलेक्शन हो गया, तो बच्चे को नामांकन का मौका दिया जायेगा.
महीनों से जारी है मेहनत
नीति आयोग द्वारा संचालित एटीएल लैब में सॉफ्ट रोबोटिक टूल किट प्रोजेक्ट पर जिला स्कूल के 10 बच्चे कई महीनों से मेहनत कर रहे हैं. विश्व भर में लोहे व स्टील के रोबोट की जगह स्पेशल रबर से रोबोट तैयार किये जाने पर शोध व प्रयोग जारी है.
Posted by Ashish Jha