केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने केरल, तमिलनाडु, ओडिशा और हरियाणा में 100 से अधिक मामले सामने आने के बाद टोमेटो फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी किया है. इसे सूबे के सभी सरकारी अस्पतालों को भेजे गये हैं. एडवाइजरी के बाद सीएस डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने अस्पतालों को अलर्ट किया है. साथ ही लक्षण वाले बच्चों के आने पर इसकी सूचना देने को कहा है. एडवाइजरी में कहा गया है कि यह बीमारी 1-10 वर्ष की आयु के छोटे बच्चों को होती है. टमाटर फ्लू में बुखार, थकान, शरीर दर्द व त्वचा पर चकत्ते के लक्षण दिखते हैं. इसके बचाव के लिए आसपास स्वच्छता बनाये रखें.
डॉक्टरों की सलाह है कि ये बीमारी प्रमुख रुप से एक साल से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों में देखी जा रही है. ऐसे में बच्चों को भीड़ में जाने से रोकें. साथ ही, सर्दी, जुकाम और बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें. बच्चों को सर्द-गर्म से बचाएं. साथ ही सैनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था रखें. बच्चों के खानपान का विशेष ध्यान रखें. खाने में ऐसी चीजों को शामिल करें जो बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करती है.
– शरीर के कई हिस्सों पर टमाटर के आकार के छाले पड़ जाते हैं
– फफोले लाल रंग के छोटे फफोले के रूप में शुरू होते हैं जो बड़े होकर टमाटर जैसे हो जाते हैं
– टमाटर फ्लू वाले बच्चों में देखे गये प्राथमिक लक्षण अन्य वायरल संक्रमणों के समान हैं
– बुखार, शरीर पर चकत्ते और जोड़ों में दर्द होता है
– त्वचा पर चकत्ते भी त्वचा में जलन पैदा करते हैं
– शुरुआत हल्की बुखार, भूख न लगना, अस्वस्थता और अक्सर गले में खराश होती है
– बुखार शुरू होने के एक या दो दिन बाद, छोटे लाल धब्बे होने लगते हैं
– घाव आमतौर पर जीभ, मसूड़ों, गालों, हथेलियों और तलवों के अंदर होते हैं