Bihar News: बिहार में कई इलाकों में टमाटर की डिस्काउंट सेल लगी है. टमाटर की कीमत 100 के पार जा चुकी है. भारत में लोग सब्जियों की बढ़ती कीमत की वजह से लोग परेशान है. इसके बाद भारत सरकार की ओर से 90 रूपए किलो में टमाटर की बिक्री हो रही है. यहां कई लोग टमाटर खरीदने पहुंच रहे है. पटना शहर में 40 जगहों पर 90 रुपये प्रति किलो टमाटर मिल रहा है. गांधी मैदान स्थित बिस्कोमान भवन के पास शनिवार को 90 रुपये प्रति किलो टमाटर बेचने की शुरूआत की गयी. पहली खेप में दस ट्रक टमाटर मंगाया गया है. टमाटर का दाम 90 रुपये से कम होने तक बिस्कोमान की ओर से पटना के चिह्नित स्थानों पर टमाटर की बिक्री की जा रही है.
दूसरे चरण में गया, नालंदा, वैशाली व सारण में भी 90 रुपये प्रति किलो टमाटर बिस्कोमान की ओर से बेचा जायेगा. बिस्कोमान के चेयरमैन विधान पार्षद डॉ सुनील सिंह ने इसकी शुरूआत की. बिस्कोमान के चेयरमैन डॉ सुनील सिंह ने बताया कि भारत सरकार के उपभोक्ता मंत्रालय की ओर से नेफेड के सहयोग से बिस्कोमान 90 रुपये प्रति किलो टमाटर बेच रहा है. पटना में अभी 40 जगहों पर बिक्री की जायेगी. प्रथम चरण में दस ट्रक टमाटर मंगाया गया है. सोमवार से पटना के सभी प्रमुख जगहों पर 90 रुपये प्रति किलो टमाटर मिलने लगेगा.
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दूसरे चरण में गया, वैशाली, सारण और नालंदा में 90 रुपये प्रति किलो टमाटर बिक्री के स्टॉल लगाये जायेंगे. इससे टमाटर के दाम कम होंगे. सुनील सिह ने बताया कि 90 रुपये से कम टमाटर का दाम होने तक बिस्कोमान की ओर से टमाटर की बिक्री की जायेगी. उन्होंने कहा कि बिस्कोमान की ओर से टमाटर बेचे जाने की सूचना पर जमाखोरी करने वाले भी टमाटर बाजार में लायेंगे. इससे भी टमाटर का दाम कम होगा.
वहीं, इस बीच बक्सर से खबर सामने आई है. केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बक्सर में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले समय में टमाटर की कीमतों में और अधिक गिरावट आयेगी. भारत सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है. इस कड़ी में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. इसका असर भी दिख रहा है. बाजारों में टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट आई है. पत्रकारों द्वारा टमाटर की कीमतों पर पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने बताया कि नियमित रूप से टमाटर के अन्य वस्तुओं की प्रतिदिन मंत्रालय स्तर पर समीक्षा की जाती है.
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टमाटर की कीमतों पर भी सरकार की पैनी नजर है. देश में कई स्थानों पर जहां कीमतें असाधारण रूप से ऊंची थीं, टमाटर को 90 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बेचने के सरकार के हस्तक्षेप के कारण टमाटर की थोक कीमतों में कमी आई है. मौजूद समय में टमाटर 80 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है. उन्होंने बताया कि देश भर में 500 से अधिक प्वाइंटों पर स्थिति का दोबारा आकलन करने के बाद रविवार 16 जुलाई 2023 से इसे अस्सी (80) रुपये प्रति किलोग्राम बेचने का निर्णय लिया गया है. नैफेड और एनसीसीएफ के माध्यम से नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा बिक्री हो रही है. ऐसे स्थानों पर मौजूदा बाजार कीमतों के आधार पर सोमवार से इसका विस्तार अधिक शहरों में किया जाएगा. 12 जुलाई को राष्ट्रीय स्तर पर टमाटर की 111.71 रुपए प्रति किलो थी.
नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड यानि नेफेड की ओर से टमाटर के खुदरा दाम में कमी की घोषणा की गई है. पहले नफेड की ओर से 90 रूपए प्रति किलो टमाटर बेची जा रही थी. लेकिन, इसमें 10 रूपए कमी की घोषणा की गई है. NAFED और NCCF केंद्र की ओर सेमोबाइल वैन के जरिए टमाटर बेच रहे है. नोएडा के अलग-अलग हिस्सों के साथ ही बिहार की राजधानी पटना एवं मुजफ्फरपुर में कम दर में टमाटर बेचा जा रहा है.
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सरकार की ओर से टमाटर बेचने के बाद टमाटर की कीमत में दुकानों में भी कीमतों में गिरावट की उम्मीद जताई जा रही है. जानकारी के अनुसार टमाटर का दाम यही रहा तो राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी टमाटर कम दाम में बेचे जाएंगे. बेंगलुरु से भी सरकार पटमा टमाटर मंगा रही है. लोगों को राहत देने के लिए सरकार का उपभोक्ता मंत्रालय आगे आया है. NCCF और NAFED उपभोक्ता मंत्रालय की ओर से टमाटर को खरीदकर कम दाम में बेच रही है. टमाटर की कीमत में कमी आने तक ऐसे टमाटर बेचा जाएगा. पिछले कुछ हफ्तों से, टमाटर की खुदरा कीमत में काफी तेज बढ़ोतरी हुई. इसके बाद यह फैसला लिया गया है. भारी बारिश के कारण देश के कई हिस्सों में तो टमाटर की कीमत 200 के पार पहुंच गई है. छूट वाले टमाटर खरीदने के लिए लोग लाइन लगाकर सामने आ रहे है.
लोगों की अच्छी प्रतक्रिया देखने को मिल रही है. ‘ए’ ग्रेड निर्यात गुणवत्ता वाले टमाटर को बेचा जा रहा है. मतलब इन टमाटर की गुणवत्ता अधिक अच्छी है. टमाटर की बिक्री के लिए मदर डेयरी के साथ भी बातचीत किया जा रहा है. बता दें कि NAFED को कृषि, बागवानी और वन उपज के भंडारण को व्यवस्थित करने, बढ़ावा देने और विकसित करने के लिए बनाया गया था. इसके जरिए कृषि मशीनरी, वितरण और अन्य आदानों के वितरण होता है. कृषि वस्तुओं को इसके जरिए सुविधाजनक बनाने के साथ ही बढ़ावा दिया जाता है. NAFED उत्पादों की बिक्री के लिए मौजूदा रिटेल चेन नेटवर्क और संबंधित संगठनों के अन्य तरीकों का उपयोग करता है.
बिहार में टमाटर के दाम में बढ़ोतरी हुई. बारिश के आते ही टमाटर के दाम में वृद्धि हुई है. इस कारण लोगों के कीचन का बजट बिगड़ गया. फिलहाल, टमाटर अपनी बढ़ती कीमतों के कारण चर्चा में बना हुआ है. कई ऐसे लोग है, जो जरूरत से कम टमाटर की खरीदारी कर रहे हैं. ग्राहक किलो के बदले आधा किलो और पाव में इसे खरीद रहे है. खरीददार गिनकर और चुनकर टमाटर को खरीद रहे है. अधिकतर घरों में मंहगाई के कारण टमाटर दिखना बंद हो चुका है. इसके बाद ही सरकार की ओर से अब टमाटर को बेचने का फैसला लिया गया है.
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बिहार के पूर्णिया जिले के खुश्कीबाग सब्जी मंडी में अच्छी टमाटरों की कीमत सौ से डेढ़ सौ रूपए प्रति किलो देखने को मिली. बता दें कि जिले के भट्ठा बाजार सहित कई इलाकों से खुश्कीबाग की सब्जी मंडी में सब्जियों के दाम कम होते है. यहां टमाटर सौ के पार बिक रहा है. अररिया जिले के बॉर्डर पर तैनात जवान बताते है कि इंडो नेपाल बॉडर पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सब्जियों की बढ़ती कीमतों के कारण तस्करी की संभावना होती है. इसलिए सख्ती बढ़ाई गई है. मेंस लैंड पर सख्ती बढ़ चुकी है.
बताया जाता है कि भारतीय बाजारों में टमाटर की बढ़ती कीमत के कारण चीन से टमाटर की तस्करी नेपाल के रास्ते हो सकती है. इसका कारण यह है कि चीन से नेपाल में टमाटर आता है. नेपाल के जरिए चीन भारत की बाजारों में सेंधमारी कर सकता है. जोगबनी बॉर्डर के समीप रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि नेपाल के बाजारों में टमाटर पहले की तरह ही बिक रहा है. नेपाल के कई होटलों में खाने पीने के कई चीनी सामान के बिक्री होती है.
चीन भारत की सीमा के इलाकों में कड़ी नजर रखता है. इस इलाके में अगर किसी सामान की कमी होती है, तो चीन उस समान की सप्लाई करने की कोशिश करता है. टमाटर के मामले में भी चीन इस तरीके को अपना सकता है. नेपाल के जरिए भारत में टमाटर आ रहा है. यही कारण है कि चीन की ओर से भारत में तस्करी का डर सताने लगाने लगा है. भारत में टमाटर की कीमत अधिक है. लेकिन, चीन का टमाटर सस्ता है. पूर्णिया के खुश्कीबाग मंडी में सौ रूपये किलो के आसपास टमाटर की कीमत है. दूसरी ओर चीन के टमाटर की कीमत 100 रूपये में पांच किलो बताया जा रहा है.
इधर, उत्तर प्रदेश से सटे सीमा पर नेपाल से आई टमाटर की खेप को एसएसबी के पकड़ने की खबर सामने आई. बताया जा रहा है कि यूपी के महाराजगंज जनपद में सशस्त्र सीमा बल ने करीब चार लाख के टमाटर को पकड़ा है. इसलिए, बिहार भी इस मामले में अलर्ट मोड पर है. टमाटर की बढ़ती कीमतों के कारण पूरे राज्यभर में हंगामा मचा हुआ है. सीमा पर तैनात अधिकारियों के लिए यह बड़ी चिंता का विषय भी बना हुआ है.
बता दें कि बिहार के कई क्षेत्रों से सालोभर टमाटर एवं फूलगोभी तथा सीजन में मटर का निर्यात पड़ोस के राज्यों में पश्चिम बंगाल, उडीसा, उत्तर प्रदेश एवं छतीसगठ बड़े पैमाने पर किया जाता है. प्रदेश में सालोभर टमाटर की खेती होती है. प्रदेश के करीब 20 हजार हेक्टेयर भूमि में इसकी खेती होती है. प्रदेश के सभी जिलों में इसकी खेती होती है.
Published By: Sakshi Shiva