Bihar News: बिहार में टमाटर के दाम में बढ़ोतरी हुई है. बारिश के आते ही टमाटर के दाम में वृद्धि हुई. इस कारण लोगों के कीचन का बजट बिगड़ गया है. फिलहाल, टमाटर अपनी बढ़ती कीमतों के कारण चर्चा में बना हुआ है. कई ऐसे लोग है, जो जरूरत से कम टमाटर की खरीदारी कर रहे हैं. ग्राहक किलो के बदले आधा किलो और पाव में इसे खरीद रहे है. खरीददार गिनकर और चुनकर टमाटर को खरीद रहे है. अधिकतर घरों में मंहगाई के कारण टमाटर दिखना बंद हो चुका है.
पूर्णिया जिले के खुश्कीबाग सब्जी मंडी में अच्छी टमाटरों की कीमत सौ से डेढ़ सौ रूपए प्रति किलो है. बता दें कि जिले के भट्ठा बाजार सहित कई इलाकों से खुश्कीबाग की सब्जी मंडी में सब्जियों के दाम कम होते है. यहां टमाटर सौ के पार बिक रहा है. अररिया जिले के बॉर्डर पर तैनात जवान बताते है कि इंडो नेपाल बॉडर पर कड़ी नजर रखी जा रही है. सब्जियों की बढ़ती कीमतों के कारण तस्करी की संभावना होती है. इसलिए सख्ती बढ़ाई गई है. मेंस लैंड पर सख्ती बढ़ चुकी है.
बताया जाता है कि भारतीय बाजारों में टमाटर की बढ़ती कीमत के कारण चीन से टमाटर की तस्करी नेपाल के रास्ते हो सकती है. इसका कारण यह है कि चीन से नेपाल में टमाटर आता है. नेपाल के जरिए चीन भारत की बाजारों में सेंधमारी कर सकता है. जोगबनी बॉर्डर के समीप रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि नेपाल के बाजारों में टमाटर पहले की तरह ही बिक रहा है. नेपाल के कई होटलों में खाने पीने के कई चीनी सामान के बिक्री होती है.
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बताया जाता है कि चीन भारत की सीमा के इलाकों में कड़ी नजर रखता है. इस इलाके में अगर किसी सामान की कमी होती है, तो चीन उस समान की सप्लाई करने की कोशिश करता है. टमाटर के मामले में भी चीन इस तरीके को अपना सकता है. नेपाल के जरिए भारत में टमाटर आ रहा है. यही कारण है कि चीन की ओर से भारत में तस्करी का डर सताने लगाने लगा है. भारत में टमाटर की कीमत अधिक है. लेकिन, चीन का टमाटर सस्ता है. पूर्णिया के खुश्कीबाग मंडी में सौ रूपये किलो के आसपास टमाटर की कीमत है. दूसरी ओर चीन के टमाटर की कीमत 100 रूपये में पांच किलो बताया जा रहा है.
फिलहाल, टमाटर के बड़े दाम ने बिहार के लोगों के कीचेन का बजट खराब कर दिया है. जिससे मध्यम वर्गीय परिवार का बजट बिगड़ गया है. गृहिणी बताती है कि परिवार के मुखिया के आमदनी सीमित है. दूसरी ओर खर्च बढ़ गया है. बच्चों का स्कूल फीस व अन्य खर्च के लिए पैसे बचाना मुश्किल हो गया है. मजबूरी में थाली से हरी सब्जियां गायब हो चुकी हैं. कई परिवार सूखी सब्जी जैसे चना, सोयाबीन, बड़ी आदि खाकर अपना गुजारा करने को मजबूर है.
दूसरी ओर सरकार लोगों को सस्ती टमाटर देने की कोशिश कर रही है. पटना सहित कई शहरों में सस्ती दरों में टमाटर की बिक्री होगी. बता दें कि कुछ शहरों में टमाटर की कीमत 200 के पार पहुंच चुकी है. वहीं, रियायती दरों पर टमाटर मिलने से इसकी कीमत में 30 फीसदी तक गिरावट हो सकती है. इसके बाद आम लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.
वहीं, उत्तर प्रदेश से सटे सीमा पर नेपाल से आई टमाटर की खेप को एसएसबी के पकड़ने की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि यूपी के महाराजगंज जनपद में सशस्त्र सीमा बल ने करीब चार लाख के टमाटर को पकड़ा है. इसलिए, बिहार भी इस मामले में अलर्ट मोड पर है. टमाटर की बढ़ती कीमतों के कारण पूरे राज्यभर में हंगामा मचा हुआ है. सीमा पर तैनात अधिकारियों के लिए यह बड़ी चिंता का विषय भी बना हुआ है.
वहीं, कृषि विशेषज्ञों के अनुसार बारिश और धूप ने सब्जी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. इस कारण ही सब्जी की कीमत आसमान छू रही है. सिर्फ टमाटर ही नहीं बल्कि दूसरे सब्जियों के दाम में भी भारी बढ़ोतरी हुई है. बारिश नहीं होने के कारण पहले सब्जियों को नुकसान पहुंचा था. इसके बाद भारी बारिश ने सब्जियों को नुकसान पहुंचाया है. मौसम की मार से किसानों को काफी परेशानी हुई है.
Published By: Sakshi Shiva