टमाटर की आसमान छूती कीमतों ने लोगों के किचन का बजट खराब कर दिया है. लेकिन, आम लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार शुक्रवार से पटना सहित देश के कई शहरों में रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री करने जा रहा है. यह उस दिन बाजार की कीमत से कम से कम 30 फीसदी कम होगा. कुछ शहरों में टमाटर की कीमत 200 रुपये प्रति किलोग्राम से भी अधिक हो गई है. ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा कम दामों पर टमाटर की बिक्री से आम लोगों को कुछ राहत मिल सकती है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बुधवार को इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि टमाटर की बिक्री राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) की तरफ से की जाएगी. उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि दिल्ली एवं एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में टमाटर रियायती दरों पर बेचे जाएंगे. इसके अलावा पटना, वाराणसी, कानपुर और कोलकाता में भी रियायती टमाटर उपलब्ध होंगे.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नेफेड और एनसीसीएफ कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के प्रमुख उत्पादक केंद्रों से टमाटर खरीद कर उन बाजार स्थलों में बेचेगी जहां खुदरा कीमतें पिछले एक महीने में सबसे अधिक बढ़ी हैं. यह पहला मौका होगा जब केंद्र सरकार खुदरा बाजारों में टमाटर खरीदेगी और बेचेगी. इसके पहले प्याज के लिए भी ऐसा किया गया है.
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टमाटर की कीमतों में आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर की अवधि के दौरान तेजी आती हैं, जो आम तौर पर कम उत्पादन वाले महीने होते हैं. लेकिन इस बार मानसून के कारण आपूर्ति में व्यवधान आने के कारण दरों में और वृद्धि हुई है. बता दें कि देश में टमाटर का उत्पादन लगभग सभी राज्यों में अलग-अलग मात्रा में किया जाता है. सबसे अधिक उत्पादन भारत के दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में होता है, जो अखिल भारतीय उत्पादन में 56-58 प्रतिशत का योगदान देता है.