टॉपर घोटाले का मास्टरमाइंड बच्चा राय आया मीडिया के सामने, बताया बरामद पैसे का हिसाब
तबीयत खराब होने के चलते व्हील चेयर पर पत्रकारों से बात करने आये बच्चा राय ने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताया. उन्होंने कहा कि हमारे पास से जो कुछ भी मिला है उसके पाई पाई का हिसाब है. रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए अमित कुमार उर्फ बच्चा राय ने ईडी की कार्रवाई को गलत करार दिया.
पटना. बिहार टॉपर घोटाले का मास्टरमाइंड बच्चा राय रविवार को मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखा. बिहार के वैशाली जिले में ईडी की छापेमारी के बाद पहली बार बच्चा राय ने पत्रकारों से बात की है. तबीयत खराब होने के चलते व्हील चेयर पर पत्रकारों से बात करने आये बच्चा राय ने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताया. उन्होंने कहा कि हमारे पास से जो कुछ भी मिला है उसके पाई पाई का हिसाब है. रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए अमित कुमार उर्फ बच्चा राय ने ईडी की कार्रवाई को गलत करार दिया.
किसी जमीन पर कोई कब्जा नहीं किया
बच्चा राय ने कहा कि मैंने ईडी की जब्त जमीन पर कब्जा नहीं किया है, जो पैसा बरामद हुआ है, वो पैसा छात्रों से लिया गया था. उन्होंने बताया कि ईडी की छापेमारी में बरामद तीन करोड़ कैश हमारे नहीं हैं, बल्कि बीएड कॉलेज में नामांकन कराने वाले स्टूडेंट से ली गई फीस है. जिसे बैंक में टेक्निकल समस्या की वजह से जमा नहीं करवा पाए थे, जिसे कॉलेज के सचिव के कमरे में सुरक्षित रखा गया था. बच्चा राय ने ईडी की कार्रवाई को गलत ठहराते हुए कुछ दस्तावेज सामने रखे और कोर्ट जाने की बात कही.
2016 में टॉपर घोटाले में बच्चा राय को हुई थी जेल
2016 में टॉपर घोटाला का मामला सामने आने के बाद ईडी ने अवैध धन अर्जित करने के आरोप में बच्चा राय की जमीन को जब्त कर लिया था. ईडी द्वारा जब्त जमीन पर फिर से बच्चा राय द्वारा कब्जा कर उसपर कॉलेज भवन के निर्माण कराने का आरोप लगाते हुए भगवानपुर थाने में मामला दर्ज कराया गया था. इसके बाद ईडी के अधिकारियों ने जब बच्चा राय के कॉलेज और आवास पर छापेमारी की तो वहां से 3 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ. 2016 के बिहार के चर्चित टॉपर घोटाले में विशुन राय कॉलेज के प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय को मास्टरमांइड मानकर जेल भेज दिया गया था. ईडी ने उसकी संपत्ति को भी जब्त कर लिया था.
ईडी की कार्रवाई पर बच्चा राय की सफाई
बच्चा राय का कहना है कि जिस 42 डिसमिल जमीन पर कब्जा करने का आरोप उनपर लगाया गया है, वो सरासर गलत है. मामले में भगवानपुर के सीओ ने जमीन मापी करवाकर रिपोर्ट भी दी है. जहां पर ना तो कोई कब्जा किया गया, ना ही उस जमीन पर कोई निर्माण करवाया गया है. इसके साथ ही बच्चा राय ने ईडी द्वारा जब्त किए गए 3 करोड़ कैश को लेकर कहा कि वो छात्रों से बीएड कॉलेज में नामांकन की फीस के तौर पर लिए गए थे. बच्चा राय ने ईडी को वो रुपए वापस लौटाने के लिए आवेदन किया गया है. उनका कहना है कि छात्रों से प्राप्त फीस की रसीद भी कॉलेज की तरफ से ईडी को दे दी गई है. हम इसके लिए कानूनी सहायता भी ले रहे है.