पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि राज्य में देशी- विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि करने एवं उनके लिये विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए योजना बनाकर अधिकारी काम करें. मंत्री ने अगले ढाई वर्षों के लिए ब्रांडिंग, प्रमोशन के तहत देशी- विदेशी पर्यटकों के लिये अलग–अलग रोड मैप तैयार करने का निर्देश दिया है . पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत ने बुधवार को विभागीय समीक्षा के दौरान कहा कि विदेशी पर्यटक सुगमता से सभी स्थलों का भ्रमण और उनके पसंद के अनुसार भोजन आदि के लिए विभिन्न विदेशी भाषाओं में टूरिस्ट गाइड को प्रशिक्षित किया जाये.
इस मामले में पहले चरण में चाइनीज, कोरियन, बर्मीज, भुटानीज, सिंहलीज, वियतनामी आदि भाषाओं में राज्य के युवाओं को टूरिस्ट गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि विदेशी भाषाओं में प्रशिक्षित युवा वर्ग विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों में ट्रांसलेटर, होटल मैनेजर, टूर–ट्रेवेल ऑपरेटर, मल्टीनेशनल कंपनियों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करने योग्य बन सकेंगे, जिससे राज्य में रोजगार के सृजन में सहायता मिल सकेगी. समीक्षा बैठक में विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल, अपर सचिव कंवल तनुज, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता एवं विभाग के कंसल्टेंट मौजूद थे.
मंत्री ने काठमांडु-बागडोगरा-बोधगया के बीच विमान सेवा शुरू करने के लिए नागर विमानन मंत्रालय को पत्र लिखने का निर्देश दिया है. भूटान के दूसरे सबसे बड़े शहर फुनचिलिंग में भूटान से अधिक से अधिक पर्यटकों को राज्य में आकर्षित करने के लिए बोधगया, राजगीर, नालंदा, केसरिया, कुशीनगर आदि स्थलों का व्यापक प्रचार–प्रसार करने का निदेश दिया.
पर्यटन विभाग के लीज पर दिये गये होटलों का ब्रांडिंग करें. मंत्री ने विभाग के बजटीय उपबंध को बौद्ध, सिक्ख, जैन, हिंदू परिपथों तथा देशी एवं विदेशी पर्यटकों के हितलाभ के लिए अलग–अलग बांट कर राशि का व्यय करने की कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है. बोधगया, राजगीर, वैशाली में अवस्थित विभिन्न देशों के मुख्य बौद्ध भिक्षुओं व गाइड एवं टूर ऑपरेटर्स के साथ बोधगया, राजगीर, नालंदा, वैशाली व केसरिया को भी विदेशी पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए जल्द बैठक होगी