Bihar Tourism : बिहार के सभी पर्यटन स्थलों को परिवहन सेवा से जोड़ा जाएगा, जिलों से मांगी गई जानकारी
पर्यटन क्षेत्र से जोड़ने के लिए निजी भागीदारी को बढ़ावा दिया जायेगा. इन क्षेत्रों में बड़ी और छोटी दोनों गाड़ियों का परिचालन होगा, ताकि पर्यटक कभी भी उन सभी पर्यटन केंद्रों तक सुरक्षित पहुंच सकें.
बिहार में पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए लगातार प्रयास हो रहा है. राज्य सरकार के दिशा -निर्देश पर सभी जिलों से परिवहन विभाग ने रिपोर्ट मांगा है, ताकि अक्तूबर तक सभी पर्यटन क्षेत्र से परिवहन सेवा को जोड़ा जाये. इसके लिए विभाग ने वैसे पर्यटन क्षेत्र का ब्योरा मांगा है, जहां पर्यटकों को पहुंचने में परेशानी होती है. उन जगहों पर परिवहन सेवा को विकसित किया जायेगा और छोटी-बड़ी गाड़ियों का परिचालन होगा.
निजी व सरकारी भागीदारी में होगी शुरुआत
पर्यटन क्षेत्र से जोड़ने के लिए निजी भागीदारी को बढ़ावा दिया जायेगा. इन क्षेत्रों में बड़ी और छोटी दोनों गाड़ियों का परिचालन होगा, ताकि पर्यटक कभी भी उन सभी पर्यटन केंद्रों तक सुरक्षित पहुंच सकें. जहां अभी पहुंचने में पर्यटकों को दिक्कत होती है. विभाग इसके लिए विज्ञापन से आवेदन लेगी और जिन बस संचालकों को इस योजना से जुड़ना होगा. उनके लिए आवेदन के शर्ते भी जारी की जायेगी. वहीं, विभाग भी अपने स्तर से बसों का परिचालन करेगी.
किराये का होगा निर्धारण
पर्यटन क्षेत्र में चलने वाली बसों और छोटी गाड़ियों के किराये का निर्धारण बिहार राज्य पथ परिवहन निगम करेगा. कोई भी गाड़ी मालिक शर्तों से अलग भाड़ा लेंगे. अगर किसी भी तरह की लापरवाही या नियम से अलग बस मालिक काम करेंगे. उनकी भागीदारी खत्म कर दी जायेगी.
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रूटों का होगा निर्धारण, तय होगा स्टाप
पर्यटन क्षेत्र में बसों का परिचालन कहां से कहां तक होगा. उसके लिए रूट तय होगा. रूट के आधार पर ही लोगों की सुविधा को देखते हुए बस स्टाप बनाया जायेगा, ताकि उस क्षेत्र में बसों का परिचालन होने के बाद पर्यटकों को परेशानी नहीं हो.