पटना. पटना पुलिस और प्रशासन की व्यवस्थाओं को लेकर सर्राफा कारोबारियों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है. एसएस ज्वेलर्स डकैती कांड में बेशक पुलिस ने कई टीमों का गठन किया और कई जगहों पर छापेमारी की है, पुलिस प्रशासन ने कारोबारियों से बात कर भरोसा भी दिलाया है, लेकिन घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. न अब तक लुटेरों का पता चला है न ही माल की बरामदगी हुई है. ऐसे में सर्राफा कारोबारियों ने अपना विरोध जारी रखने का फैसला किया है. सर्राफा कारोबारियों ने साफ कर दिया है कि सोमवार तक 14 करोड़ से अधिक के लूटे गये सोने और 14 लाख रुपए कैश की बरामदगी अगर पटना पुलिस नहीं कर पाती है तो बिहार में बड़ा आंदोलन होगा.
पाटलिपुत्रा सर्राफा कारोबारी संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा विरोध बड़े पैमाने पर होगा और उसकी बड़ी योजना तैयार कर ली गयी है. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस का यही रवैया रहा तो अनिश्चितकाल तक बिहार में सर्राफा के छोटे-बड़े सभी दुकानों को बंद रखे जायेंगे. इसके लिए सभी जिलों के सर्राफा कारोबारी एसोसिएशन के अध्यक्षों के साथ बात की जा रही है. इसपर जल्द ही एक राज्यस्तरीय बैठक बुलायी जायेगी. उन्होंने कहा कि बुधवार तक इस मसले में सर्वसम्मति से फैसला ले लिया जाएगा.
विनोद कुमार ने कहा कि अगर हमारी दुकानें बंद रहीं तो इसका बड़ा असर सर्राफा के कारोबार पर पड़ेगा. जितने दिन भी हमारा कारोबार ठप रहेगा, उतने दिनों का जीएसटी भी हम सरकार को नहीं देंगे. इससे हमारा ही नहीं बल्कि टैक्स नहीं मिलने से सरकार का भी भारी नुकसान होगा. राज्य सरकार के सामने सर्राफा कारोबारियों की सुरक्षा और भविष्य में इस तरह के कांड दोबारा न हो, यह मुद्दा पूरी मजबूती के साथ उठाया जा रहा है.
जल्द ही इस मसले पर राज्य के डीजीपी से भी सर्राफा कारोबारियों की एक टीम भी मुलाकात करेगी. अपनी बातों को रखेगी. कहा कि इनके अलावा केंद्र सरकार व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी बिहार के सर्राफा कारोबारियों की सुरक्षा को लेकर अवगत कराया जाएगा. फिलहाल हमारी प्राथमिकता एसएस ज्वेलर्स के लूटे गए सोने और कैश की बरामदगी को लेकर है. इसमें पुलिस की लापरवाही को कारोबारी कहीं से भी बर्दाश्त नहीं करेंगे.