दलाई लामा के बोधगया प्रवास के दौरान बदली रहेगी यातायात व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था भी होगी पुख्ता
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के बोधगया आगमन एवं प्रवास के अवसर पर यातायात व्यवस्था सुदृढ़ रखने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. ऐसे में इस दौरान घर से बाहर निकलने पर आपको कोई परेशानी न हो, इसलिए ये खबर जरूर पढ़ें...
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के बोधगया में आगमन व उनके प्रवास के अवसर पर यातायात व्यवस्था सुदृढ़ रखने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. आम लोगों को भी कोई समस्या नहीं हो सके इसके लिए विभिन्न स्थलों पर बैरियर व पार्किंग की व्यवस्था की गयी है. इस संदर्भ में जिला प्रशासन द्वारा जारी ट्रैफिक प्लान के मुताबिक 16 दिसंबर से 20 जनवरी तक के लिए विभिन्न सड़कों पर गाड़ियों की इंट्री पर रोक लगी रहेगी. दलाई लामा की सुरक्षा के साथ ही कालचक्र मैदान में आयोजित कार्यक्रमों में जुटने वाली भीड़ की सुविधा के मद्देनजर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने को लेकर ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है.
ऐसी रहेगी ट्रैफिक व्यवस्था
नोड वन से महाबोधि मंदिर व कालचक्र मैदान की ओर से बड़ी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
एम्बेसी मोड़ से महाबोधि मंदिर की ओर बगैर इंट्री पास के कोई भी वाहन प्रवेश नहीं करेगा.
बर्मा मोड़ की तरफ से भी महाबोधि मंदिर की ओर बगैर इंट्री पास के कोई वाहन प्रवेश नहीं करेगा.
29 दिसंबर से तीन जनवरी तक व जिस भी दिन दलाईलामा का महाबोधि मंदिर परिसर, कालचक्र मैदान या आसपास कोई कार्यक्रम होगा उस अवधि में एम्बेसी मोड़ से व बर्मा मोड़ की तरफ से सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा. उक्त अवधि में छोटे वाहन व बाइक बगैरह एम्बेसी मोड़ से बायें उत्तर तरफ मुड़ कर सुजाता बाईपास रोड होते हुए राजापुर व अन्य स्थानों पर जायेगी. बर्मा मोड़ की तरफ से आने वाली सभी छोटी गाड़ी व बाइक बगैरह राजापुर होते अन्य स्थानों की ओर जायेगी.
पचहट्टी मोड़ से दक्षिण बोधगया की ओर से बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा, परंतु जिस बड़ी वाहन को पचहट्टी मोड़ से सुजाता गढ़ की ओर जाना है वह पचहट्टी मोड़ से सुजाता गढ़ यानी बकरौर की ओर जा सकती है.
बर्मा मोड़ से महाबोधि मंदिर की ओर बड़ी गड़ियों के प्रवेश वर्जित रहेगा.
घुघरीटांड रिभर साईड से आने वाली गाड़ियां राजापुर मोड़ से मुड़ कर सुजाता बाईपास होते हुए नोड वन या दोमुहान की ओर जायेगी. दोमुहान व नोड वन से आने वाले वाहन राजापुर मोड़ से मुड़कर रिभर साईड रोड से अपने गंतव्य स्थान तक जायेंगे.
एम्बेसी मोड़ से बर्मा मोड़ के बीच कहीं भी अनावश्यक रूप से कोई गाड़ी पार्क नहीं होगी. केवल पार्किंग स्थल में ही गाड़ी पार्क होगी.
इन जगहों पर लगेगा बैरियर
बर्मा मोड़ के पास महाबोधि मंदिर की ओर जानेवाली सड़क पर.
चिल्ड्रेन पार्क के सामने पश्चिम महाबोधि मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर.
एम्बेसी मोड़ के पास.
बिरला धर्मशाला के पास.
पच्चहट्टी मोड़ के पास.
म्युजियम के पास.
मौसा मोड़ के पास.
महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया यानी श्रीलंका बौद्ध मठ के पास बिरला धर्मशाला जाने वाली सड़के के मोड़ पर.
कालचक्र के मैदान के गेट नंबर पांच के पास.
कालचक्र के मैदान के गेट नबर नौ के पास.
पानी टंकी के पास बैरिकेडिंग व ड्रॉप गेट.
बंग्लादेश मोनास्टरी के पास
यहां होगी गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था
नोड वन से दक्षिण पार्किंग स्थल.
मगध विश्वविद्यालय, कैंपस.
चिल्ड्रेन पार्क के पास.
नोड टू के पास पार्किंग.
कालचक्र के मैदान के गेट नंबर दो के सामने कब्रिस्तान के सामने खाली जमीन पर (सरकारी वाहनों व वीआइपी वाहनों के लिए)
मौसा मोड़ के पास
दलाई लामा के होंगे कई कार्यक्रम
दलाई लामा के बोधगया आगमन और प्रवास के दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
29 दिसंबर से 31 दिसंबर तक, दलाई लामा बोधगया के कालचक्र मैदान में आध्यात्मिक प्रशिक्षण देंगे. इस प्रशिक्षण में दुनिया भर के बौद्ध धर्म के अनुयायी भाग लेंगे.
1 जनवरी को, दलाई लामा के दीर्घायु के लिए एक विशेष पूजा का आयोजन किया जाएगा. इस पूजा में बोधगया के स्थानीय लोग और श्रद्धालु भाग लेंगे.
20 दिसंबर को, महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में दलाई लामा के नेतृत्व में एक अंतरराष्ट्रीय संघ फोरम का आयोजन किया जाएगा. इस फोरम में दुनिया भर के 30 देशों के बौद्ध धर्म के प्रतिनिधि भाग लेंगे.
23 दिसंबर को, महाबोधि मंदिर परिसर में अंतरराष्ट्रीय संघ फोरम का समापन समारोह होगा. इसके बाद, दलाई लामा बोधगया के कालचक्र मैदान में तीन दिनों तक विशेष शैक्षणिक सत्र का नेतृत्व करेंगे. इस सत्र में धर्म, दर्शन, इतिहास और संस्कृति पर चर्चा की जाएगी.
बोधगया से पप्पु कुमार की रिपोर्ट