बिहार में यातायात नियम और होगा सख्त, लहरिया कट वाहन चालक और ओवर स्पीड चलाने वालों पर बढ़ेगी सख्ती
अब राज्य में परिवहन विभाग, यातायात पुलिस और स्थानीय पुलिस के संयुक्त रूप से नियमों का पालन कराने का अभियान और सख्ती से चलाया जायेगा. हाल के दिनों में ओवर स्पीड, लहड़िया कट ड्राइविंग सहित अन्य नियमों का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती से जुर्माना लगाया गया है.
पटना. परिवहन विभाग ने लगभग 302 नवनियुक्त एमवीआइ,एडीटीओ व इएसआइ को विभिन्न जिलों में कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सौंप दी है. अब राज्य में परिवहन विभाग, यातायात पुलिस और स्थानीय पुलिस के संयुक्त रूप से नियमों का पालन कराने का अभियान और सख्ती से चलाया जायेगा. हाल के दिनों में ओवर स्पीड, लहड़िया कट ड्राइविंग सहित अन्य नियमों का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती से जुर्माना लगाया गया है.
सभी जिलों को भेजा गया निर्देश
लहरिया कट वाहन चलाने (खतरनाक तरीके से वाहन चलाना) वालों पर अब और सख्ती बरती जायेगी. ऐसे वाहन चालकों से जुर्माना वसूला जायेगा. वहीं, मोटरवाहन अधिनियम के धाराओं के तहत उनका ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द किया जायेगा. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा है कि लगातार अभियान चलाकर लहरिया कट वाहन चलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाये. इस संबंध में सभी जिलों के डीएम, एसएसपी, एसपी को निर्देश दिया गया है. पटना के गंगापथ पर औचक जांच कर लहरिया कट व खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की जाये.
अधिकारी चालकों की सूची करें तैयार, करें सख्ती
अधिकारियों की संख्या बढ़ने के बाद विभाग ने कहा है कि लहरिया कट वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए संबंधित पदाधिकारी वैसे वाहन चालकों की सूची तैयार करें, जो हमेशा दिन सड़कों पर लहरिया कट वाहन चलाते पाये जाते हैं. तेज रफ्तार एवं गलत तरीके से वाहन चलाने के कारण राज्य में हर दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. वर्ष 2021 में ओवर स्पीडिंग के कारण 4928 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी.
महज 16 फीसद वाहनों का ही कट पा रहा चालान
इधर, राजधानी में यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवालों की पहचान के लिए लगाए गए करीब एक हजार कैमरों ने पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर दिया है. कैमरे में कैद फोटो से नियम तोड़नेवाले वाहनों की पहचान कर वाहन चालकों को चालान भेजे जा रहे हैं. कैमरे की मदद से बड़ी संख्या में नियम नहीं माननेवाले वाहनों की पहचान की जा रही है, लेकिन इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पूरी क्षमता में यातायात कर्मी नहीं बैठ रहे हैं. इसके कारण औसतन 16 फीसदी वाहनों का ही फिलहाल चालान कट पा रहा हैं.
एक हजार कैमरे लगाये गये
सड़कों पर सुचारू यातायात और यातायात नियम की अनदेखी करनेवालों की पहचान के लिए पटना स्मार्ट सिटी की ओर से पटना में जगह-जगह यातायात सिग्नल और कैमरे लगाए गए हैं. जेपी गंगा पथ, अटल पथ, जेपी गोलंबर, डाकबंगला चौराहा, बाकरगंज तिराहा, बुद्धा कॉलोनी, इनकम टैक्स चौराहा, एक्जीबिशन रोड, भट्टाचार्य रोड, सभ्यता द्वार, एलसीटी घाट सहित प्रमुख सड़कों और चौक-चौराहे पर कैमरे लगाए गए हैं. करीब एक हजार कैमरे से यातायात की लगातार निगरानी और यातायात नियम तोड़नेवालों की पहचान की जा रही है.
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में 24 सिस्टम
यातायात नियमों की अवहेलना करनेवालों की पहचान और कार्रवाई के लिए गांधी मैदान में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया गया है. वहां विशाल स्क्रीन के साथ ही चालान काटनेवाले यातायात कर्मियों के लिए 24 कंप्यूटर सिस्टम लगाए गए हैं, लेकिन वर्तमान में वहां सिर्फ 10 यातायात कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. जिसके कारण कम संख्या में वाहनों का चालान कट पा रहा है. वरीय यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंट्रोल सेंटर में चरणबद्ध तरीके से कर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है.