पटना: स्कूल में झंडा झंडोत्तोलन करके लौट रहे दो शिक्षकों की ट्रेन से कटकर मौत

पटना में स्वंतत्रता दिवस पर दो शिक्षकों की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गयी. दोनों शिक्षक खुसरूपुर के बैकटपुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय किसनौता टोला में पदस्थापित थे. वो स्कूल से झंडोत्तोलन करके लौट रहे थे. जीआरपी ने शव को कब्जे में ले लिया है. इसके साथ ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 15, 2022 8:07 PM

राजधानी पटना से सटे खुसरूपुर में स्वतंत्रता दिवस के दिन बड़ा हादसा हुआ है. खुसरूपुर रेलवे स्टेशन के पश्चिमी होम सिन्गल के समीप ट्रेन की चपेट में आकर दो शिक्षकों की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना के बाद वहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हो गए. इसकी बाद जानकारी स्थानीय जीआरपी थाने में दी गयी. जीआरपी के जवानों ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए पटना के पीएमसीएच भेज दिया. हालांकि लोगों को कहना है कि दुर्घटना के वक्त ट्रेन ने पहले से हार्न दिया था. मगर फिर भी जल्दी में होने के कारण दोनों शिक्षकों का ध्यान उसपर नहीं गया.

बैकटपुर के स्कूल में पदास्थापित थे शिक्षक

दुर्घटना के बाद आसपास के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल दिनभर रहा. मृतकों में एक महिला और एक पु्रूष शिक्षक शामिल हैं. मृतकों की पहचान सीतामढ़ी जिला के निवासी दिनेश कुमार और वैशाली की निवासी सुशीला सिन्हा के रूप में हुई है. दोनों ही शिक्षक खुसरूपुर के बैकटपुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय किसनौता टोला में पदस्थापित थे. दोनों स्कूल में झंडात्तोलन के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर घर जाने के लिए खुसरूपुर स्टेशन लौट रहे थे. तभी दोनों ट्रेन का शिकार बन गए.

राजरानी ट्रेन से हुआ हादसा

जीआरपी प्रभारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि खुसरूपुर स्टेशन के पश्चिमी होम सिन्गल के समीप राजरानी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से दोनों शिक्षकों की मौत मौके पर ही हो गयी थी. इसके बाद जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना पीएमसीएच में भेज दिया है. दुर्घटना किस प्रकार हुई इसके बारे में पुरी जानकारी नहीं मिली है. हालांकि आसपास मौजूद लोगों से अभी पुछताछ की जा रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि खुसरूपुर में लोगों के रेलवे लाइन पार करने के लिए पुल का निर्माण किया गया है. मगर लोग उस पुल के बजाए नीचे से या रेलवे लाइन के किनारे चलकर स्टेशन पर पहुंचते हैं. इससे हादसे की आशंका बनीं रहती है.

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