बिहार में सड़क और ट्रेन इंजन की चोरी के बाद रेल पटरी के गायब होने का मामला सामने आया है. समस्तीपुर रेल मंडल में करीब दो किलोमीटर रेल पटरी गायब हो गी है. मामले के प्रकाश में आने के बाद इस पूरे मामले की जांच में पुलिस लग गई है.स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले में आरपीएफ के पुलिस पदाधिकारी के मिलीभगत से रेलवे पटरी की चोरी हुई है. हालांकि इस मामले के सामने आने के बाद समस्तीपुर रेल मंडल के सुरक्षा आयुक्त ने झंझारपुर आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी श्रीनिवास और मधुबनी के मुकेश कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.
लोहट चीनी मिल से पुरानी एमजी लाइन स्क्रैप मामले में रविवार को रेल आइजी शरद चंद्र पारी लोहट चीनी मिल परिसर पहुंचे. उन्होंने उखाड़ी गयी रेलवे लाइन से संबंधित स्थानीय लोगों व मिल परिसर में रहने वाले कर्मियों से पूछताछ की. उन्होंने चीनी मिल के अंदर जाकर जायजा लिया व आवश्यक पूछताछ की. मौके पर रेल आइजी के साथ कमांडेंट एसजेए जानी, इंस्पेक्टर अशोक करोशिया सहित बड़ी संख्या में रेल के अधिकारी मौजूद थे. रेल आइजी ने जांच को लेकर विशेष कुछ बताने से इनकार किया.
उन्होंने कहा कि जांच पारदर्शिता के साथ की जा रही है. जांच पूरा होने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा. उन्होंने कहा कि अभी पर्याप्त मात्रा में कागजात उपलब्ध नहीं हो पाया है. प्रथम दृष्टया यह रेलवे की संपत्ति ही मानी जाएगी. इसके लिए पर्याप्त कागजातों की जांच के बाद ही मामले में कुछ कहा जाएगा. इधर, इस मामले में एक एसआइ एवं एक एएसआइ को डीएससी समस्तीपुर द्वारा अनियमितता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. पीडब्ल्यूआइ द्वारा दरभंगा आरपीएफ को आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
पीडब्ल्यूआइ मधुबनी ने दरभंगा आरपीएफ को एक आवेदन दिया था. इसमें पंडौल थाना के बथने निवासी राहुल कुमार को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की गई है. पीडब्ल्यूआइ के आवेदन में बताया गया है कि पुरानी एमजी लाइन लोहट चीनी मिल का रेल लाइन का स्क्रैप चोरी किया जा रहा था. ग्रामीणों की शिकायत पर वहां पहुंचने के बाद इसकी सूचना आरपीएफ पोस्ट मधुबनी के एएसआई मुकेश कुमार सिंह व झंझारपुर के एसआइ श्रीनिवास कुमार को दी गयी. इसके बाद दोनों पदाधिकारी अपने जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. वहां राहुल कुमार लाइन को उखाड़ कर जमा कर रहा था. उसे जब्त कर सड़क मार्ग से दरभंगा आरपीएफ पोस्ट पर लाया गया. राहुल कुमार को भी हिरासत में ले लिया गया. आरपीएफ ने राहुल कुमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले में राहुल कुमार ने बताया कि कंपनी के निर्देश के बाद स्क्रैप को कटिंग कर बाहर भेजा जाता. इधर, सूत्रों का कहना है कि लोहट चीनी मिल को बियाड़ा से बांके बिहारी कंपनी ने 26 करोड़ में स्क्रैप खरीद की है. उसके तहत स्क्रैप की कटिंग की जा रही थी.