पितृपक्ष खत्म होते ही त्योहारों का मौसम शुरू होने वाला है। इसके साथ ही बिहार से गुजरने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाएगी। यह हर साल की समस्या है। दिवाली और छठ से पहले बिहार में आने के लिए और इसके बाद बिहार से वापस लौटने के लिए ट्रेन में टिकट मिलना असंभव हो जाता है। इस खास मौके के लिए लोग दो से तीन महीने पहले ही ट्रेनों में टिकट बुक करा लेते हैं। अगर आपने ऐसा नहीं किया है, तो जल्दी कर लें। यहां आपको बिहार से चेन्नई, सिकंदराबाद, बेंगलुरू, मुंबई, अहमदाबाद, दिल्ली, लुधियाना, गुवाहाटी और हावड़ा जैसे शहरों के लिए रेलवे में उपलब्ध सीटों की जानकारी मिलेगी.
12296 संघमित्रा एक्सप्रेस में पटना से बेंगलुरू जाने के लिए स्लीपर क्लास में 10 से 15 अक्टूबर तक 35 के बीच वेटिंग लिस्ट है। इसके बाद 16 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक सीटें खाली हैं। लेकिन एक नवंबर से स्थिति एकदम बदल गई है। 31 अक्टूबर को वेटिंग लिस्ट में 12, 1 नवंबर को WL 48, 2 नवंबर को WL 74 है। यही स्थिति 18 नवंबर तक है। 19 नवंबर के बाद इस ट्रेन में स्लीपर क्लास में आरएसी सीट उपलब्ध है। इसी तरह 12792 सिकंदराबाद एक्सप्रेस में 10 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक सीटें खाली हैं। लेकिन एक नवंबर से 12 नवंबर तक लंबी प्रतीक्षा सूची है। इन ट्रेनों के एसी कोच में भी यही हालत है.
12791 सिकंदराबाद एक्सप्रेस में बिहार आने के लिए पूरे अक्टूबर और नवंबर महीने में 50 से 300 के आगे तक स्लीपर क्लास में वेटिंग लिस्ट है.
एसी क्लास में भी वेटिंग लिस्ट 20 से 100 तक है.
12295 संघमित्रा एक्सप्रेेस में भी पूरे अक्टूबर और नवंबर महीने के दौरान बिहार आने के लिए टिकट उपलब्ध नहीं है
12141 लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस
अक्टूबर और नवंबर महीने में बिहार आने के लिए स्लीपर क्लास में टिकट उपलब्ध नहीं है
इस ट्रेन में 12 अक्टूबर तक एसी क्लास में खूब सीटें हैं
30 अक्टूबर से पुन: इस ट्रेन के एसी क्लास में बिहार आने के लिए सीटें उपलब्ध हैं
12142 में बिहार से मुंबई जाने के लिए 12 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक स्लीपर क्लास में सीटें हैं
लेकिन नवंबर में वेटिंग लिस्ट में टिकट मिलेगा
मुंबई वाले रूट पर बिहार से और भी ट्रेनें चलती हैं